अयोध्या तहसील बीकापुर के अंतर्गत शाहगंज के रहने वाले विनय सिंह ने कमल की खेती की है। जो बहुत ही सक्सेसफुल है। उनका कहना है कि उन्होंने खदान फसलों को छोड़कर पुष्पों की खेती इसलिए की क्योंकि उन्हें गेहूं धान गन्ना की खेती में कुछ समझ में नहीं आ रहा था। उन्हें पुष्पों की खेती में काफी लाभ दिखाई दिया और प्रॉफिट भी हुआ इसलिए उन्होंने खुद ही सोचा क्यों ना वह कमल की ही खेती करें।
2012 से ही वह पुष्पों की खेती कर रहे हैं जैसे गेंदा के फूल, गुलाब और सारे फूलों की खेती करते आ रहे हैं लेकिन दो हजार अट्ठारह में उन्होंने पहली बार ढाई बीघा खेत में कमल की खेती किया। कमल की खेती करने के लिए हमें अपने खेत को जैसे तालाब होता है उसके अनुसार बनवाया फिर ऑनलाइन बीज मंगवाया अमेजॉन से 5 से 600 के बीच पैसा लगा लेकिन वह खराब हो गया फिर दूसरी बार मंगाया। इसके बाद बीज को डाला।
2018 से कमल की खेती करते आ रहे हैं इसके फूल मार्च से स्टार्ट हो जाते हैं और नवंबर तक खिलते हैं। इसका सेलिंग फैजाबाद मंडी में करते हैं इसके साथ छोटी-छोटी दुकानों पर भी देते हैं। जो लोग ऑर्डर भी करते हैं उनको भी देते हैं। आम फूलों की अपेक्षा इसका रेट भी काफी होता है और 1 दिन में 500-600की कमाई कमल के फूलों से कर लेते हैं।
कमल से बहुत सारी चीजें मिलती है जैसे कमलगट्टे भसीड जिसे कमल की जड़ वह भी कहते हैं। इसके लास्ट में नवंबर के बाद निकालते हैं तो 6 से 7 कुंटल भेजते हैं इसके अलावा उसके पत्ती का भी उपयोग होता है।
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