कोरोना वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके लिए भी जरूरी है जिन्हें श्वांस, दिल और लिवर, किडनी जैसी समस्याएं हैं.
कोरोना (Corona) महामारी गई नहीं है. ऐसे में जरूरी है कि इससे निपटने के कारगर तरीकों को तो अपनाएं ही, जैसे कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना और कोरोना वैक्सीन लगवाना, लेकिन साथ ही कोरोना वैक्सीन (Covid Vaccine) और कोरोना से जुड़ी अवैज्ञानिक बातों पर भरोसा भी न करें.
टीचर दीदी को अवैज्ञानिक बातों के हमेशा खिलाफ रहती हैं और जब भी वो इस तरह की बातें सुनती हैं, तो तुरंत उनका जवाब बड़े ही तार्किक तरीके से देती हैं. अब कमला-विमला भी ऐसे ही सवालों के साथ टीचर दीदी के पास पहुंच गईं, ताकि उन्हें इन सवालों के जवाब मिल सकें. इन अवैज्ञानिक सवालों में से थे, जैसे कि
- कोरोना की टीका सुरक्षित है या नहीं?
- गर्भवती महिलाओं को टीका लगवाना चाहिए या नहीं?
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कोरोना का टीका है पूरी तरह से सुरक्षित
टीचर दीदी ने बताया कि जिस तरह से बच्चों को पोलियो जैसे टीकों की जरूरत होती है, उसी तरह हम सबको कोरोना टीका फौरन लगवा लेना चाहिए.
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गर्भवती महिलाएं भी लगवा सकती हैं टीका
इस सवाल का जवाब भी टीचर दीदी ने हां में ही दिया, क्योंकि गर्भवती महिलाएं भी कोरोना का टीका लगवा सकती हैं और ये पूरी तरह से सुरक्षित है. अगर गर्भवती महिलाएं टीका लगवाती हैं तो मां के साथ-साथ बच्चों को भी सुरक्षा मिलती है. इसलिए, डॉक्टर की सलाह से टीका जरूर लगवाएं.
इसके अलावा, टीचर दीदी ने ये भी बताया कि जिन्हें कोरोना हो चुका है उन्हें भी टीका जरूर लगवाना चाहिए.
टीचर दीदी ने बताया कि जिन्हें दिल से जुड़ी समस्याएं हैं या डायबिटीज है, लीवर या किडनी में समस्या है या फिर श्वांस संबंधी समस्याएं हैं, उनके लिए टीका बहुत जरूरी है क्योंकि वो पहले से ही बहुत कमजोर होते हैं. इसलिए सरकार ने भी सबसे पहले ऐसे लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया था.
इसके अलावा, टीचर दीदी ने ये भी बताया कि टीका लगवाने से न तो पुरुषों में नपुंसकता आती है और न ही महिलाओं को मासिक धर्म में कोई समस्या होती है.