रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 17 जनवरी को इतिहास रचते हुए लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी। ऐसा करने के बाद वह देश की पहली महिला मंत्री बन गई हैं। उन्होंने राजस्थान के जोधपुर एयरबेस से यह उड़ान भरी।सुखोई-30 एमकेआई दो इंजन वाला फाइटर एयरक्राफ्ट(हवाईजहाज) है। इसकी कॉकपिट(बनावट) में दो लोगों के बैठने की व्यवस्था है। निर्मला सीतारमण ने पायलट वाला सूट पहनकर, पायलट के पीछे वाली सीट पर बैठकर यह उड़ान भरी।बता दें कि अभी हाल ही में उन्होंने आईएनएस विक्रमादित्य पर मिग-29के की सवारी भी की थी। उड़ान भरने के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वो गर्व महसूस कर रही हैं। उन्होंने इसे संभव बनाने के लिए एयरफोर्स के अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया। सीतारमण ने कहा कि इसका मकसद यह जांचना और जानना था कि संकट की घड़ी में हमारे सुरक्षाकर्मी कितने सतर्क हैं, उनकी तैयारी कैसी है और कितनी जल्दी से जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनका अनुभव यादगार और आंखे खोलने वाला रहा। बता दें कि सीतारमण से पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्णांडिस, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू भी सुखोई की उड़ान भर चुके हैं। लेकिन यह पहली बार ही है कि किसी महिला ने इसे उड़ाया है।