खबर लहरिया औरतें काम पर नाही मिलत हव पेंशन

नाही मिलत हव पेंशन

जिला वाराणसी, ब्लाक हरउवां, गावं बहलोलपुर। सत्तर साल के महिला के विधवा भइले 27-06-13 mahila mudda 1 goppurपांच साल हो गएल हव। लेकिन ओनके अभहीं तक विधवा पेंशन नाहीं मिलत हव। बुढ़पे के सहारा अभहीं तक ओनके पास नाहीं पहुंचल हव।
चम्पा देवी के कहब हव कि हमरे पति के मरले पांच साल हो गएल हव। लेकिन हमके अभहीं तक विधवा पेंशन नाहीं मिलत हव। हमरे पास दू लइकन हयन ओनही लोगन में रहीला। जवन खाए पिए के मिल जाला आही में गुजर बसर कर लेईला। आज के जमाने में जब माई बाउ के पैरूख थक जात हव त ओनकर कउनों कदर नाहीं होत हव।
प्रधान से कई बार कहली कि एक ठे विधवा पेंशन के कार्ड बन जात त हमके भी आराम हो जात।
पप्पू प्रधान के कहब हव कि 2002 के बी. पी. एल. सूची में जेकर नाम हव वाकर बनल हव। जेकर नाम नाहीं हव ओकर कहाँ से बनी।