खबर लहरिया बाँदा कैसे करते हैं गाँव का नाम रौशन? जानिये बाँदा के पचनेही गाँव के नौजवानों से!

कैसे करते हैं गाँव का नाम रौशन? जानिये बाँदा के पचनेही गाँव के नौजवानों से!

हेंया के ज्यादातर मड़ई सरकारी नौकरी करत है यहै कारन जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द के गांव पचनेही का नम्बर एक गांव माना जात है काहे से हेंया के मड़ई सरकारी नौकरी के बड़े पद मा काम करत हैं पै छोटे पद मा काम करै वालेन के गिनती नहीं आय, यहै कारन या गांव का नाम रोशन हैं
चन्द्रपाल यादव का कहब है कि आपन खेती किसानी अउर मेहनत कइके आपन बच्चन का झांसी इलाहाबाद पढ़ाये हौं यहै कारन मोर भतीजा राजा बाबू भारत-तिब्बत सीमा बल मा आई जी पद मा है हमार गांव मा डी एम, कमिश्नर, आर टी ओ सबै पद मा काम करै वाले मड़ई रहत हैं
कौशल्या देवी बताइस कि मोर लड़का राजेश सिंह ए आर टी ओ के पद मा काम करत है वा नोयडा मा आपन बच्चन का लइ के रहत है
बाबूलाल बताइस कि खेती मजदूरी का काम कइके हमार बाप महतारी हमें पढ़ाइन हैं। मोर भाई सुखलाल बनारस मा अफसर है। कैलाशचन्द्र का कहब है कि बच्चन के पढ़ाई मा ख़ास ध्यान दीने हन यहै कारन उंई अच्छे पद मा काम करत हैं। रामअवतार बताइस कि पचनेही गांव बांदा जिला मा नम्बर एक गांव माना जात है। काहे से हेंया के मड़ई बड़े-बड़े पद मा काम करत हैं। पंकज सिंह बताइस कि आई.जी साहब बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का काम करिन हैं अउर आंखिन के जांच खातिर कैम्प लगवाइन हैं जितेन्द्र बताइस कि सर्विस करै वालेन से मड़ई उम्मीद करत है कि उंई गांव का विकास कराइहैं।

रिपोर्टर-गीता देवी 

Published on Nov 29, 2017