खबर लहरिया बुंदेलखंड अन्ना जानवर के खतरे से बचने के लिए महोबा जिले के लाड़पुर ने सोची अनोखी तरकीब

अन्ना जानवर के खतरे से बचने के लिए महोबा जिले के लाड़पुर ने सोची अनोखी तरकीब

जिला महोबा, गांव लाड़पुर और मुहारी अन्ना जानवरन से बचबे के लाने लाड़पुर और मुहारी के आदमियन ने चंदा जोर के गौशाला बनवाई और जामे सबरे अन्ना जानवर राख लाये। जामे कम से कम साठ अन्ना जानवर हे। इन्हें जब तक राखे जब तक फसल नइ हो जात।
ओमप्रकाश प्रधान ने बताई के गांव वाले परेशान हो रए ते तो हमने सबने मिलके एक मीटिंग रखी। और बामे योजना बनाई। गौशाला बनाबे की और फिर सबने चंदा इक्ठो करो सब गांव वालिन को सहयोग हे। तो कछु परेशानी भी नइया। जानवरन की देख रेख करबे वाले नूर मोहम्मद ने बताई के उन्हें टेम से चारो पानी खवात पिवात 15 दिन हो गये जब से कर रए।
महबूब कोटेदार ने बताई के जे जानवर गांव वालिन के हे कछू खवा पिवा नई पात तो बे छोर देत और जेसे कोई बहार चले गये तो बे छोर जात। एसे सबके हो जात।
इनके लाने चारो पानी सब खरीद के लेआत। पूरे गांव वालिन ने चंदा जोरो तो। कोऊ ने सौ कोऊ ने दो सौ कोऊ ने चार सौ दए एसे करके एक लाख चऊवन हजार रुपईया जोरे ते। प्रधान ने भी दए और हमाये गरीब आदमियन की मदद से भई जा व्यवस्था।जगदीश ने बताई के अगर एसी गौशाला बनी रहे तो हम ओरन को सुविधा बनी रेहे।
सुशीला ने बताई के पेले तो जानवर के मारे बीज तक नइ निकरत तो। अब जो हे के आशा हो हो गई के अब बीज निकर आहे। जेसे जो कछू हो हे तो अब हो तो जेहे नइ तो आदमी दिन और रात रखात तो भी नइ बचा पात फसल। और पूरी खा जात ते जानवर अब जोहे के अब बच तो जेहे।

रिपोर्टर- श्यामकली

14/12/2016 को प्रकाशित