दोस्तों क्राइम इतना बढ़ता जा रहा है कि लोग अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मैं आपको बताने जा रही हूं। बांदा जिले के बदौसा थाना अन्तर्गत आने वाले एक मोहल्ले का जहां पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि 1 साल से बराबर मोहल्ले का भरत लाल उसे ब्लैकमेल कर रहा था और 1 दिसंबर को घर में घुस कर उसके साथ रेप किया लेकिन पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है पर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है उल्टे उस पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है, जिससे उसे जान का भी खतरा है।
कवरेज के दौरान हमारी जासूसी में पीड़ित परिवार ने बताया कि 15 दिन हो गए घटना हुए लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जबकि डीएनए टेस्ट, अल्ट्रासाउंड वगैरह सब हो चुका है। लेकिन पुलिस 164 के बयान नहीं करा रही न ही आरोपी की गिरफ्तारी कर रही है। जबकि पुलिस ने रंगे हाथों उसको पकड़ा है। जिस दिन पकड़ा था एक रात आरोपी और पीड़िता के पति को थाने में बैठाले रही इसके बाद छोड़ दिया। तब से वह बराबर न्याय के लिए भटक रहे हैं, पीड़ित महिला का आरोप है कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि समझौता कर लें। उसे लगता है कि पुलिस पैसे पा गई है इस कारण उसको छोड़ दिया है और दोबारा से गिरफ्तारी नहीं कर रही है इसलिए वह काफी परेशान है। पीड़ित महिला के पति ने बताया कि आरोपी धमकी दे रहा है कि उसके पास फोटो वीडियो हैं वह उनको दिखा कर अपनी जान दे देगा और उन्हें फंसा देगा।
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कवरेज के दौरान जासूसी में यह भी पता चला कि आरोपी बहुल है इसलिए वह बराबर धमकी दे रहा है इतना ही नहीं उसके मायके तक जाकर के दबाव बना रहे हैं कहते हैं कि अगर समझौता नहीं करेगी तो उनको मार दिया जाएगा अगर नहीं मार पाए तो खुद मर जाएगा और पीड़ित महिला के पति को फंसा देगा। पीड़ित महिला और उसके पति बताते हैं कि वह पूरे दिन दरवाजा लगाए अंदर घुसे रहते हैं डर के मारे बाहर नहीं निकलते सुबह होते ही उनके दरवाजे पर दो चार लोग आकर खड़े हो जाते हैं कोई रिश्तेदार बताता है तो कोई कुछ रिश्ता निकालता है और कहते हैं कि समझौता कर लो ताकि आरोपी जेल ना जाए।
वह बराबर हफ्तों से थाने के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन पुलिस उनको हर रोज कुछ ना कुछ बहाने करके टाल देती है पर 164 के बयान नहीं करा रही है वह चाहते हैं कि हमें न्याय मिले मामला कोर्ट में जाए कोर्ट जो फैसला सुनाएगी उसको वह स्वीकार होगा लेकिन समझौता नहीं करेंगे इसलिए वह न्याय के चक्कर में भटक रहे हैं। पीड़ित परिवार यह भी कहता है कि जिस तरह से उन को धमकी दी जा रही है पैसे लेकर समझौते की बात की जा रही है। वह उस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है तो अगर उनके साथ कोई घटना होती है तो इसका जिम्मेदार आरोपी और पुलिस प्रशासन होगी क्योंकि उनकी सुनवाई नहीं की जा रही है।
बदौसा थाना प्रभारी कहते हैं कि मुकदमा लिख गया है जांच चल रही है 164 के बयान बाकी है वह जल्द ही करवा लिए जाएंगे इसके बाद गिरफ्तारी की जाएगी अभी वह किसी काम में बिजी हैं जांच कब तक चलेगी यह वह कुछ नहीं बता सकते सवाल यह उठता है कि अगर 1 तारीख का मामला है तो पुलिस ने अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं की क्यों उसको गिरफ्तार करके छोड़ दिया गया है आखिरकार अभी तक क्यों 164 के बयान नहीं कराए गए हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि जो पीड़ित परिवार बता रहा है कि पुलिस ने पैसे खा लिए हैं यह बात सच हो यही कारण हो कि पुलिस इस केस को आगे ना बढ़ा रही हो और समझौते का दबाव बना रही हो ?
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