मुद्दा- महिलाओं के बचाए गये पैसे पुरुषों के नजरों में चोरी
बोलेंगे बुलवाएंगे हंस के सब कह जाएंगे। दोस्तो मैं फिर आ गई एक नये मुद्दे के साथ। कुछ अटपटी-चटपटी कुछ अनकही अनसुनी बातों के साथ और हां नारीवादी चश्मे के साथ। दोस्तों इस बार मेरे शो का मुद्दा है महिलाओं के घर खर्च अपने पर्सनल खर्च से बचाए गये रूपये जिसे अक्सर कहा जाता है चोरी के पैसे हैं। जब नोटबंदी हुई उस समय खूब कमेंट चुटकुले शोसल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। साफ महिलाओं को कहा जा रहा था चुटकुलों के जरिये की कालाधन महिलाओं के पास है।
अब महिलाओं से भी पता कर लेते हैं कितना काला धन महिलाओं के पास था कितनी चोरी की महिलाओं ने। पुरुषो से भी पूछें क्या काले धंधे थे जो कालाधन निकला नोटबंदी मे महिलाओं के पास।
सवाल महिलाओं से-
- आप चोरी करती हैं?
- आप अपने घर खर्च कैसे भी पैसे रूपये बचाती हैं वो किसके होते हैं?
- कहाँ खर्च करती हैं बचाए पैसे?
- क्या उस पैसों को आप चोरी मानती हैं?
- नोटबंदी में क्या कुछ नोट रखे थे सबसे छुपाकर अगर रखे थे तो वो क्या कालाधन था आपके हिसाब से?
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पुरूषों से सवाल-
- महिलाओं के बचाए गये रूपये को आप क्या मानते हैं?
- अक्सर महिलाएं जरूरत पड़ने पर पैसे निकाल कर देती हैं वै पैसे कौन से होते हैं?
- नोटबंदी में कितना कालाधन महिलाओं के पास निकला होगा?
टिप्पणी
जिस तरह से छोटी-छोटी बातों पर महिलाओं का मजाक बनाया जाता है। अगर थोड़ा सा महिलाओं को समझने की कोशिश करें तो इतने कमेंट मजाक महिलाओं को टारगेट करके नहीं बनाया जाता। महिलाएं अपने खर्च अपने सपने भूल कर एक-एक रूपये जोड़ती हैं। कब घर में किसी की तबियत खराब हो जाए कब कोई जरूरत पड़ जाए इसलिए वो अपने इकट्ठा किए पैसे खुद पर नहीं खर्च करती और आडे वख्त में वो बच्चों और परिवार मे ही खर्च करती हैं। इसके बावजूद सुनने को मिलता है महिलाएं चोर हैं कालाधन है। जैसे महिलाएं काले धंधे कर रही हो।
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