खबर लहरिया एडिटर देगी जवाब दिल्ली की जामिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए बवाल पर क्या कहती हैं हमारी एडिटर

दिल्ली की जामिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए बवाल पर क्या कहती हैं हमारी एडिटर

एडिटर देगी जवाब के इस एपिसोड में, तो कैसे हैं आप सब? देश में नागरिकता कानून विल में हुए संशोधन को लेकर बहुत बवाल मचा हुआ है 15 दिसम्बर को दिल्ली के जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन करने वाले छात्रों और पुलिस के बीच में झडप हुई और यह मामला हिंसा का रूप ले लिया तस्वीरे बताती है की पुलिस जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के लाईब्रेरी कैम्पस के अंदर घुसकर तोड़फोड़ की, स्टूडेंट को मारा जिससे कई छात्र घायल हैं। इसके बाद अलीगढ़ विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ की गई।

साथियो शोसल मीडिया में जामिया यूनिवर्सिटी और भी  कई तरह की फेक खबरें भी चल रही है और लोग खूब उस पर चर्चा कर रहें रहे है।मैं एक एडिटर होने के नाते इस मुद्दे पर मुझे बात करना जरूरी लगा हम कानून को बिना पढ़े या बिना सोचे समझे हो कमेन्ट कर रहे है। कुछ लोग इस मुद्दे को हिन्दू मुसलमानों का बता रहे हैं तो कुछ लोग सरकार की सफलता और जो छात्र इसका विरोध कर रहें है उनके साथ जिस तरह की बर्बरता हो रही है। उसको लेकर एक तपके के लोग घर में बैठे बैठे समर्थन कर् रहें है और कह रहे है की मारो ठोको साथ में गालियों का प्रयोग भी हो रहा है साथियों जो कुछ भी हो रहा है वो बहुत ही गलत है। छात्र देश का भविष्य है अगर हमारे छात्र गलत का विरोध नहीं करेगें तो फिर कौन करेगा? और यह सिर्फ दिल्ली की जामिया या अलीगढ़ यूनिवर्सिटी  की बात नहीं हैं हमारे लोकल के जगहों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है दोस्तों अपने देश की हित की बात क्यों नहीं हो रही है।

हम क्यों राजनीति में पड़ कर ऐसी सोच का समर्थन करते हैं जो हर इन्सान के लिए खतरा बन जाता है। आप सब अफवाहों से बचे शोसल मीडिया में चल रही फेक खबरों या मेसेज को फारवर्ड करने से बचे घर में बैठे रजाई के अंदर से बिना मामले को पढ़े और समझे कमेन्ट करने से बचे। मैंने अपने शो द कविता शो में नागरिकता विल पर हुए संशोधन पर बात की थी इसमें बहुत सारे सवाल आये है एक ही सवाल को पढ़ रही हूँ। तो साथियो सुरु करती हूँ आपके द्वारा भेजे गये सवालों को नाम के साथ में पढना और देती हूँ जवाब सवाल- अंध भक्तों का बाबा आसाराम राम रहीमजो सरकार संविधान को नहीं मानेगी हम उस सरकार को नहीं मानेंगे हम किसी भी समाज या धर्म को देखकर नहीं चलेंगे। हमारा पूरा बहुजन समाज हमारी भीम आर्मी का एक-एक कार्यकर्ता अपने हर उस देशवासी के सपोर्ट में है जो संविधान को बचाना चाहते हैं
क्यों महिलाओं की आवाज़ को दबाते है लोग देखिए द कविता शो के इस एपिसोड में
जिनके साथ अन्याय होगा भीम आर्मी उनका सपोर्ट करेगी भीम आर्मी जिंदाबाद जय भीम नमो बुद्धाय। जवाब- अंध भक्तों का बाबा आसाराम राम रहीमजी सवाल भेजने के लिए शुक्रिया, मैं आपके सवाल से सहमत हूँ मुझे लगता है में भी किसी भी धर्म और जाती को देख कर नहीं चलते है। संविधान में जो अधिकार दिए गये हैं उसी के हिसाब से सरकार को भी चलना चहिये। सवाल- अमित चौहान केमिकल और रासायनिक खादों का प्रयोग इसी तरह बढ़ता रहा तो भारत बीमारियों से गिर जाएगा। मैडम इस पर कुछ करिए जैविक खादों का प्रयोग कराइए पूरे देश में सिक्किम की तरह पूरे देश को जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए इससे सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए, राजीव दीक्षित द्वारा बताए गए जैविक खाद कैसे बनाई जाती है को कुछ लोगों को प्रशिक्षण देकर गांव गांव में प्रचार करना चाहिए केमिकल और रासायनिक रासायनिक खादों से पैदा हुए राज को यदि हम खाते हैं तो लगभग 4 से 5 ग्राम पढ़ी हुई या शरीर में जा रही है जो व्यक्ति को पूरी तरह कमजोर कर रहा है और विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म दे रहा है। जवाब अमित चौहान आपका सवाल काफी अच्छा है हमारी कोशिस होती है की हम लोगों को हर तरह की जानकारी से भी अवगत कराए मेरे यही कहना है।गांवो में लोगो के पास काफी खाली जगह पड़ी होतो लोग वहा पर बिना खाद की सब्जिया उगाये और और खाए ताकि बीमारियों से बचा जा सकता है। तो दोस्तों अब लेती हूँ विदा अगले एपिशोड में फिर से आउगी नये सवालों के साथ तबतक आप सभी देश में शान्ति बनाये रखे और लोगों से भी अपील करें शुक्रिया।