खबर लहरिया Blog बीरभूम मामला : घरों में लगाई आग, 8 की हुई मौत, 24 मार्च को कलकत्ता हाईकोर्ट में रिपोर्ट होगी पेश

बीरभूम मामला : घरों में लगाई आग, 8 की हुई मौत, 24 मार्च को कलकत्ता हाईकोर्ट में रिपोर्ट होगी पेश

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुए मामले में कलकत्ता अदालत के सामने कल 24 मार्च को जांच की रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी।

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पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के पास के गाँव में दर्जनभर घरों में एक साथ आग लगा दी गयी। आग में दो बच्चे, तीन महिलाओं समेत 8 लोगों की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार, बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी के नेता और बड़साल ग्राम पंचायत के उपप्रधान भादू सेख  की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। सोमवार शाम को कुछ अज्ञात लोगों ने उनकी गोली मार कर हत्या कर दी थी।

कलकत्ता हाई कोर्ट ने अपनी सुनवाई में कहा कि अभी तक हुई जांच की रिपोर्ट 24 मार्च को दोपहर 2 बजे अदालत के सामने पेश की जायेगी। घटना की जांच राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (SFSL) और SIT की एक टीम कर रही है।

विपक्षियों की मानें तो क्यूंकि बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी का दबदबा है। इसी वजह से उनके नेता की हत्या के बाद बदले के तौर इस घटना को अंजाम दिया गया है। विपक्ष राज्य में राष्ट्रपति शासन की भी मांग कर रहा है।

बीरभूम मामले में 20 आरोपी गिरफ़्तार

अदालत ने मामले में 10 आरोपियों को दस दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है। वहीं अन्य दस आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा है। यह भी बताया गया कि टीएमसी पंचायत के नेता भादू शेख के परिवार के सदस्यों द्वारा सोमवार,21 मार्च को रामपुरहाट शहर के गाँव बोगतुई के कुछ 10 घरों में पेट्रोल बम डालने का संदेह बताया जा रहा है। हालाँकि, पुलिस में अभी तक गिरफ़्तार किये हुए किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के नामों का खुलासा नहीं किया है।

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जाँच की रिपोर्ट 24 मार्च को होगी पेश

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कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केन्द्रीय फॉरेन्सिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) को घटना स्थल से नमूनों को इकठ्ठा कर जाँच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अदालत ने यह भी कहा कि जिला जज की मौजूदगी में ही कैमरे लगाए जाएंगे। बीरभूम जिला न्यायाधीश सीसीटीवी कैमरों की निगरानी करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी कोणों को कवर किया गया है।

अदालत ने डीजी और आईजीपी से यह भी पूछा कि गवाहों को सही तरह से सुरक्षित रखा गया है या नहीं। किसी ने उन्हें धमकाया या प्रभावित तो नहीं किया है।

आगे कहा, “पोस्टमॉर्टम पहले ही हो चुका है। अगर कुछ रह गया है तो उसकी वीडियोग्राफी कराई जाए। कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट में यह खुलासा किया जाएगा कि सभी पोस्टमॉर्टेम की वीडियोग्राफी हुई है या नहीं।”

आपको बता दें, अब तक की गयी जांच की रिपोर्ट 24 मार्च को दोपहर 2 बजे पेश की जायेगी।

मामले की कड़ी कार्यवाही के लिए कहा – एनसीडब्ल्यू

राष्ट्रीय महिला आयोग ने पश्चिम बंगाल पुलिस प्रमुख से बीरभूम हिंसा मामले में कड़ी कार्यवाही करने को कहा है जिसमें एक टीएमसी नेता की हत्या के बाद महिलाओं और बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हुई है।

ममता बनर्जी वीरवार को जायेंगी रामपुरहाट

बीरभूम की घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “सरकार हमारी है हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी की मृत्यु हो। रामपुरहाट की घटना दुर्भाग्पूर्ण है, घटना के बाद हमने तुरंत OC, SDPO को बर्ख़ास्त किया। मैं कल रामपुरहाट जाऊंगी।”

बीरभूम मामले में जानें नेताओं का क्या है कहना

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मो. सलीम ने कहा, ” जब यहां गुंडे आए तब कुछ नहीं कहा गया। जिनकी मृत्यु हुई उन्हें न्याय मिलना चाहिए। नवान्न (राज्य सचिवालय) की छत्र-छाया में अराजकता हो रही है। पेट्रोल के बम से आग लगाई गई। जो बयान तृणमूल के नेता ने दिया वहीं बयान पुलिस दे रही है,ये मिलीभगत है।”

बीजेपी के राष्ट्रिय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (दिल्ली) दिलीप घोष ने कहा, “2 दिन में 13 लोगों की हत्या हुई, कई लोग गायब हैं। एक घर में बंद करके महिला,बच्चों को जलाया गया। पूरे देश में ऐसी घटना नहीं हुई है। सीरिया-अफगानिस्तान में ऐसी घटना होती है। तृणमूल नेता की हत्या के बदले में ये घटना हुई है। पुलिस की कार्रवाई पर भी लोगों को शक है, वहां भय का माहौल है।”

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा, “पश्चिम बंगाल की संवैधानिक व्यवस्था को गुडें-मवालियों और देशद्रोही ताकतों ने बंधक बना लिया है। जिस तरह से यह लोग पश्चिम बंगाल में आम लोगों का खून बहा रहे हैं यह साबित है कि वहां की सरकार ऐसे लोगों के सामने असहाय हो चुकी है।”

बीरभूम के रामपुरहाट की घटना पर NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा, “घटना की जानकारी हमें मिली है इसे लेकर हमने कल ही नोटिस जारी कर बीरभूम के ज़िला पुलिस और डीजीपी से तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है। हमने पूरी घटना पर नज़र बनाए रखी है, रिपोर्ट के आधार पर आगे की प्रक्रिया होगी।”

डर से लोग छोड़ रहें हैं अपने घर

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घटना के बाद, डर की वजह से कई लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगहों पर जा रहे हैं। एक महिला ने कहा, “सुरक्षा के मद्देनज़र हम घरों को छोड़कर जा रहे है, जिनकी मृत्यु हुई उनमें से एक मेरा देवर था। पुलिस ने किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं दी, सुरक्षा होती तो ये घटना न घटती।” ( एएनआई से इनपुट )

पूरे मामले में सिर्फ एक पार्टी दूसरी पार्टी पर आरोप-प्रत्यारोप करती दिख रही है। वहीं जहां जिन लोगों की राजनीतिक विवाद में जान ली गयी है उसे लेकर कोई भी बात होती नहीं दिखी है।  अभी तक की जांच में अदालत के सामने कुछ साफ़ निकलकर नहीं आया है। बाकी जांच की रिपोर्ट कल अदालत के सामने प्रस्तुत की जायेगी।

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