जिला वाराणसी में प्रशासन द्वारा गौशाला बनाने की योजना शुरू की गयी थी। लेकिन अधिकतर ग्राम पंचायतों में अभी-भी पूरी तरह से गौशालाएं नहीं बनी हैं। जो बनी हैं वह अधूरी हैं। इस वजह से अन्ना जानवर किसानों की फसलें बर्बाद करते रहते हैं।
ब्लॉक चिरईगांव गांव बर्थरा कला के लोगों का कहना है कि गाँव में कई बीघे में किसानों ने फसलें लगा रखी हैं। लेकिन पशु लगातार उनकी खेती को बर्बाद कर देते हैं। वह कहतें हैं कि गाँव की गौशाला डेढ़ साल पुरानी है पर अधूरी है। वह दिन-रात जागकर भी अपनी फसलों को नहीं बचा पातें। वह आगे कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि जो नए प्रधान हैं वह कुछ करेंगे। चार सालों से उनकी फसलें खराब हो रही है। जितनी मेहनत फसल उगाने में लगती है उसका आधा भी उन्हें नहीं मिलता।
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गाँव के वर्तमान प्रधान अमित का कहना है कि जो अधूरी गौशाला है वह पहले के प्रधान ने बनवाया है। वही जान सकते हैं कि कितना बजट आया था। उन्होंने अभी प्रधानी जीती है और उन्हें अब चार्ज मिला है। इसे लेकर कार्य योजना में चर्चाएं चल रही हैं कि इस बार गौशाला बनवा दी जाए।
सेक्रेटरी इस्लाम फरीदा का कहना है कि उन्हें अभी नया चार्ज मिला है। जो गौशाला अधूरी है वह पहले के सेक्रेटरी और प्रधानों के कार्यकाल की है। उन्हें नहीं पता कि कितना बजट आया था। इस बार कार्य योजना में डाल दिया गया है। जब पैसा आएगा तो बनवाया जाएगा।
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