वाराणसी जिले में कौशलकांत पाल ने 600 में 551 नंबर और जिले में दसवां स्थान लाकर जिले का नाम रोशन किया है। कौशलकांत पाल का सपना है की वह डॉक्टर बनें।
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कौशल कांत पाल का कहना है कि मैं हाई स्कूल में जिले में दसवें नंबर पर हूं और मेरा बचपन से सपना है कि मैं डॉक्टर बनूं। इसी के लक्ष्य के लिए घर के काम के साथ-साथ मैं पढ़ाई में बहुत रुचि रखता हूं। और सबसे ज्यादा रुचि बायो में है। आयर बाजार के शांति शिक्षा निकेतन में मैं बढ़ता हूं। जिस तरह से मैंने अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है हम चाहते हैं कि हमारे जैसे युवा छात्र अपने मां-बाप का नाम रोशन करें। युवाओं से मैं यही कहूंगा कि वह भी अपने लक्ष्य को मेहनत से हासिल करें।
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मां प्रेमशिला का कहना है कि बच्चों के ऊपर कभी दबाव नहीं डाला। हमें अपने बच्चों पर गर्व है हम चाहते हैं बच्चों की जिस क्षेत्र में रूचि है वह आगे बढ़ें।
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