जिला बांदा। नरैनी कोतवाली अन्तर्गत आने वाले एक गांव का पीड़ित परिवार का आरोप है कि वह अपनी नाबालिग लड़कियों के साथ हो रही छेडख़ानी के मामले कि शिकायत लेकर 13 मई को कोतवाली गये थे। जहां मौजूदएस.आई आशीष पटेरिया ने उल्टे पीड़ित परिवार का ही चलान कर दिया था जिसको लेकर हंगामा हो गया। फिलहाल उस एस.आई को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
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पीड़ित परिवार की महिलाओं ने बताया कि जिस गांव में वह रहती हैं, वो मुस्लिम बाहुल्य गांव है। उनकी बेटियों के साथ गांव के शादिक अली सहित और भी कई लड़के उनकी लड़कियों के साथ लगभग तीन साल से छेडख़ानी करते आ रहे हैं। उनके दरवाजे के पास कुंआ है, जहां पर बैठ के गंदी-गदी बाते करते हैं। सीटी बजाते हैं।
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लड़कियां स्कूल जाती हैं तो रास्ते में मोटसाइकिल लगा देते हैं। फोन नंबर देते हैं धमकाते है कि हमसे बात करो अगर नहीं करोगे तो तुम्हारे मां बाप और भाई को मार देगें। जब इस मामले को गांव के प्रधान तक ले जाते हैं तो वह लोग मामले को यहीं दबा देते हैं। आगे नहीं जाने देते क्योंकि प्रधान के ही परिवार के लड़के हैं।
नरैनी कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार तिवारी कहते हैं कि दोनों परिवार का मुकदमा लिख गया है। मुकदमा अपराध संख्या 96, 354, 506 ,354 7/8पास्को एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया है। जल्दी ही गिरफ्तारी की जाएगी।
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