बांदा जिले के एक गांव से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। बाल्मीकि समाज की एक नाबालिग लड़की जिसकी मां सफाई कर्मी हैं, उनका आरोप है की उनकी बेटी जिसकी उम्र 15 साल 3 महीना है उसके साथ कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। यह घटना 24 अक्टूबर 2025 की दोपहर की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, मां सुबह ड्यूटी पर गई थीं और जब वो दोपहर में लौटीं तो घर के दरवाज़े खुले मिले। अंदर जाकर देखा तो बेटी संदिग्ध हालत में पड़ी थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। वाल्मीकि समाज की नाबालिग लड़की के साथ बांदा कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव में हुआ यह गंभीर अपराध एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि क्या न्याय व्यवस्था सचमुच सबके लिए एक समान है? मामले पर संघर्ष वाले परिवार का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया, बल्कि बयान में छेड़छाड़ और लड़की की उम्र बढ़ाने जैसी कोशिशें भी की गईं। इस मामले के जातिगत और सामाजिक पक्ष को लगभग नज़र अंदाज़ कर दिया जो यह दिखाता है कि आज भी हाशिए पर खड़े लोगों के लिए न्याय अब भी एक दूर की चीज़ बना हुआ है। बार-बार ऐसी घटनाओं का होना बताता है कि न्याय की राह सबके लिए बराबर नहीं रहती है।
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