टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत नादिया में रहने वाले आदिवासी परिवार अब भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ से वंचित है। यह लोग अब भी कच्चे घरों में रह रहे हैं।
ग्राम पंचायत नादिया के रहने वाले मुलुवा आदिवासी ने बताया कि जो सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रहने के लिए आवास दिये जा रहे हैं। वह उन्हें नहीं मिला है। जब योजना चलाई गयी थी तभी से वह सरपंच और सेक्रेटरी के पास जाकर फार्म भी भरवा चुके हैं। लेकिन अभी तक उन्हें आवास नहीं मिला है। न ही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वह कहते हैं कि उनके परिवार में सात सदस्य है। दो कच्चे घर है। उसी में रहकर वह अपना गुजारा करते हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि उन्हें रहने के लिए घर दिया जाए। जिससे वह लोग चैन से रह सकें।
ग्राम पंचायत नादिया के रहने वाली लाडकुंवर आदिवासी ने बताया कि वह चार सरपंच के लिए वोट भी डाल चुके हैं। लेकिन उनके अभी तक राशन कार्ड भी नहीं बनवाये गए हैं न ही उन्हें आवास मिला है। जिसकी वजह से वह बहुत परेशान हैं। जैसे बरसात का मौसम आता है तो घर में पानी भर जाता है।
हीरो आदिवासी ने बताया कि वह इतने सक्षम नहीं हैं कि अपने हाथों से घर बना सके। उनके लिए अपना खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। घर बनाना तो बड़ी बात है। वह कई बार सरपंच और सेक्रेटरी के पास जाकर आवास के लिए फार्म भी भरवा चुके हैं। लेकिन फिर भी उन्हें आवास नहीं मिला है।
ग्राम पंचायत नादिया की सचिव के बेटे संजय जैन ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत नादिया में 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 75 आवास बन चुके हैं। जिसमें सभी सामुदायिक लोग शामिल हैं। 7 से 8 आवास पर काम जारी है। 1 साल पहले सर्वे किया गया था जिसमें 115 लोगों के नाम सूची में जोड़ दिए गए हैं। इसमें भी सभी समुदाय के लोगों के नाम जुड़े हुए हैं। जैसे ही शासन से लिस्ट ज़ारी होगी वैसे ही लोगों के आवास बनवा दिए जाएंगे।
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