जिला टीकमगढ़ के गेहूं उपार्जन केंद्र में रखी किसानों की फसल बारिश की वजह से खराब हो रही है। हरपुरा गाँव के किसान का कहना कि लगभग तीन दिनों से उनकी फसल केंद्र में है। लेकिन इतने दिनों के बाद भी उनकी फसल को तोला नहीं गया है। बारिश भी हो रही है, जिसकी वजह से उनका अनाज बर्बाद हो रहा है। जब अधिकारीयों से बात करते हैं तो वह यही कहते हैं कि जब नंबर आएगा तो उनके गेहूं की तुलाई भी हो जायेगी।
किसान रोहित का आरोप है कि अधिकारीयों की लापरवाही की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। वह कहते हैं कि लगभग सौ किसान उपार्जन केंद्र में अपने ट्रैक्टर के साथ बैठे हैं। जो किसान 500 रूपये दे देता है उसकी तुलाई जल्दी कर दी जाती है। वहीं जो पैसे नहीं दे पाता। उन्हें पीछे कर दिया जाता है। भीड़ में कोरोना महामारी का खतरा भी बना रहता है। जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
कुमरऊ खिरिया समिति प्रबंधक के अधिकारी प्रताप यादव कहना है कि समस्या की मुख्य वजह दो दिन से लगातार बारिश का होना है। यहां पर दो केंद्र है : शिवपुरी और कुमरऊ खिरिया। इन दोनों केंद्रों में 12 गाँवों से लोग आते हैं। वह कहते हैं कि पहले किसानो को समय से आने के लिए सूचित किया गया था। लेकिन वह समय से नहीं आये। अचानक से बारिश होने लगी। इसी वजह से भीड़ हो गयी है।
वह आगे कहते हैं कि एक दिन में 15 से 20 किसानों को बुलाया जाता है। वहीं जो किसान पैसों वाला आरोप लगा रहे हैं। ऐसा कुछ नहीं है। सभी किसानों की तुलाई की जाती है। साथ ही लोगों के पानी पीने के लिए मटके भी रखवाए गए हैं। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को पहले ही सैनिटाइज़ कराया जाता है। जिन किसानों की तुलाई नहीं हुई है, उनकी भी जल्द ही हो जायेगी।
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