मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गोरा ढिमरौला खिरक का मामला सामने आया है जहां 50 घरों का परिवार होने के बावजूद भी गाँव में एक भी हैंडपंप नहीं है जिसके कारण पानी के लिए इधर-उधर जान जोख़िम डालकर लोग पानी लाने के लिए मजबूर हैं।
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वहाँ के लोगों का आरोप हैं कि गाँव से 1 किलोमीटर दूर एक कुआँ है जिसकी हालत बहुत ख़राब है। इसका पानी न तो पीने लायक है न ही इस्तेमाल करने के लायक है लेकिन लोगों को मजबूरन इसी पानी को इस्तेमाल करना पड़ता हैं।
उनका कहना हैं कि गांव में एक हैंडपंप भी था लेकिन लगभग 2 साल पहले वह ध्वस्त हो गया। इन्होने प्रशासन से इसकी कई बार शिकायत की लेकिन इसपर कोई सुनवाई नहीं हुई।
जब ग्राम पंचायत गोरा सरपंच, कृष्ण प्रताप सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी वह नवनिर्वाचित सरपंच है। उनका कहना है कि वहां पर तो पानी के लिए वास्तव में स्थिति खराब है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पीएचई विभाग में प्रस्ताव भेजा हैं, वह जल्द ही नल-जल योजना के तहत यहाँ पर काम शुरू करेंगे।
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