जिला चित्रकूट में साथ रह रहे लोगों द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामना आया है। लेकिन आत्महत्या की वजह न तो परिवार को पता है और न ही पुलिस इस बात का पता लगा पाई है।
जिला चित्रकूट कर्वी कोतवाली के अंतर्गत आने वाले गांव कसहाई में दो लोगों की आत्महत्या का मामला सामने आया है। घटना 7 सितंबर 2021 की है। आत्महत्या की वजह न तो परिवार वाले बता पा रहे हैं और न ही पुलिस इसका खुलासा कर पाई है। कर्वी कोतवाली के विरेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि मामले की अब
महिला की दूसरी बेटी प्रीति ने बताया कि जब उसे आत्महत्या की खबर मिली तब तक पुलिस आ चुकी थी। वह बताती है कि उसकी माँ चारपाई पर मृत पड़ी थी और चाचा ने दीवार के किनारे फांसी लगाई हुई थी।
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छः साल से रह रहे थे साथ
आपको बता दें, मृतिका गिरिजा देवी और उसका देवर सुखेंद्र, दोनों पिछले साल छः से लिवइन रिलेशनशिप ( बिना शादी के मंज़ूरी से साथ रहना ) में साथ रह रहे थें। महिला के पहले पति से पांच बच्चे थे। दो बेटी और तीन बेटें। पहली बेटी रितु की शादी पति के सामने हुई थी। दूसरी बेटी प्रीती की शादी पति की मौत के बाद हुई। महिला अपने तीनो बेटे दीपक, संदीप, सुदीप और देवर सुखेन्द्र के साथ परदेश में ईंट के भट्टे में काम करती थी। पति की मौत के बाद सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था।
परिवार की मर्ज़ी से थे साथ
गौलाल जो रिश्ते में सुखेन्द्र के भाई लगते हैं उन्होंने बताया कि महिला के पति को टीबी की बिमारी थी। जब छः साल पहले उनकी मौत हुई तो परिवार की सहमति से गिरजा देवी और सुखेन्द्र साथ रहने लगे।
घटना के समय नहीं था कोई
गौलाल (सुखेन्द्र का भाई) बताते हैं कि जब 7 सितंबर को आत्महत्या हुई तो वो, महिला का छोटा बीटा संदीप दावत में गए हुए थे। दो लड़के बाहर थे। घर में सिर्फ 80 साल की बुज़ुर्ग बूढ़ी माँ थी जो दूसरे कमरे में सो रही थीं। उन्हें न तो कुछ सुनाई देता है और न ही दिखाई देता है। वह कहते हैं कि किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी कि किसी पर आरोप लगाया जाये। उन्हें आत्महत्या की वजह का नहीं पता।
दोनों के बीच बढ़ गए थे झगड़े
मृतक महिला की बेटी रितु ने बताया कि उसके चाचा ( सुखेंद्र) बहुत शराब पीते थे। इस बात को लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा होता रहता था। रक्षाबंधन के बाद से किसी बात को लेकर बहुत ज़्यादा लड़ाई हो रही थी। लेकिन बात का पता नहीं चल पा रहा था।
घटना के बाद ग्रामीणों में चल रही कई तरह की बातें
दोहरी आत्महत्या की खबर ग्रामीणों में चर्चा का विषय बन गयी। हालाँकि, कोई इस पर खुलकर कुछ कह नहीं रहा था। ग्रामीणों द्वारा सुनने में आया कि सुखेन्द्र और महिला के पति भय्या दीन के बीच जो घर में ज़मीन है वो महिला अपने बच्चों के नाम करना चाहती थी। वह इसलिए क्यूंकि सुखेंद्र शराबी था, वह ज़मीन को उससे बचाना चाहती थी।
मामले की हो रही है जाँच – एसपी
अपर एसपी शैलेंद्र राय ने कहा कि मामला आत्महत्या का ही प्रतीत होता है। महिला ने आत्महत्या के लिए कोई ज़हरीला पदार्थ खाया था क्यूंकि उसके मुंह से झाग निकल रहा था। दोनों के शरीर पर कोई चोटें नहीं पाई गयी हैं। मौत की सही वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टेम किया जा रहा है। मामले की गहराई से जाँच हो रही है।
सच्चाई क्या है, इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन इस मामले को देखकर यह बात सामने आती है कि महिलाओं की ज़िंदगी का फैसला समाज और उसका परिवार कितनी जल्दी कर लेता है। उसे किसके साथ रहना है या वह किसके साथ रहना चाहती है। यह उससे पूछा नहीं जाता। जैसे गिरजा देवी के साथ हुआ। समाज और परिवार ने उसे उसके देवर सुखेन्द्र के साथ लिवइन रिलेशनशिप में रहने की इज़ाज़त देकर मानों उस पर कोई एहसान किया हो। महिला के पास इतना भी हक़ नहीं कि वह अपनी ज़िंदगी का फैसला खुद कर सके।
वहीं अगर महिला ने अपनी मर्ज़ी से लिवइन रिलेशनशिप में रहने को कहा होता या रह रही होती तो यही समाज और परिवार उसे बुरी निगाहों से देखता। वह बस इसलिए क्यूंकि इसमें समाज की मर्ज़ी शामिल नहीं थी। घर-परिवार में महिला को इज़्ज़त के नाम पर बस बांध कर रख लिया जाता है।
यहां मौत की वजह कई सवाल खड़ी करती है। क्या साथ में रहने के लिए परिवार ने की थी ज़बरदस्ती? क्या ज़मीनी विवाद उनकी आत्महत्या का कारण बनी या उनके बीच किसी गहरी बात ने इस घटना को अंजाम दिया।
इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है।
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