खबर लहरिया जिला कभी होनहार जर्नलिस्ट, कभी अच्छी माँ! कुछ ऐसी है सुशीला की खूबसूरत ज़िंदगी

कभी होनहार जर्नलिस्ट, कभी अच्छी माँ! कुछ ऐसी है सुशीला की खूबसूरत ज़िंदगी

वैज्ञानिक और enterpreneur से लेकर कार्यकर्ता और कलाकार तक, घर को समेत के चलने वाली से लेकर एक बेबाक जर्नलिस्ट तक। एक महिला क्या क्या कर सकती है इसको अगर शब्दों में बयान करने बैठेंगे तो शायद लफ्ज़ कम पड़ जाएंगे। हम सब जानते हैं कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। महिलाएं प्रगति और सकारात्मक बदलाव लाने में भी सबसे आगे रही हैं। फिर चाहे वो मतदान के अधिकार के लिए संघर्ष की लड़ाई हो या राजनीति, व्यवसाय और कला जैसे क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाना हो। आज, महिला दिवस के अवसर पर उन महिलाओं के दृढ़ संकल्प का सम्मान करते हैं जिन्होंने हर तरह की बाधाओं को पार किया है।

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आज इस व्लॉग के ज़रिये हम आपको एक ऐसी ही महिला से मिलवाएंगे जो न ही सिर्फ अपने घर को अकेले दम पर एक धागे में बाँध कर रख रखा है बल्कि वाराणसी में मीडिया के क्षेत्र में एक जांबाज़ जर्नलिस्ट के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। जो मर्द ये वीडियो देख रहे हैं, ज़रा गौर से देखियेगा और सोचियेगा कि इतनी multitasking महिला का मुकाबला आप कभी कर पाएंगे?

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