खबर लहरिया ग्रामीण स्वास्थ्य गांवो में क्यों असफल है ‘सामुदायिक शौचालय’ से जुड़ी योजना?

गांवो में क्यों असफल है ‘सामुदायिक शौचालय’ से जुड़ी योजना?

सामुदायिक शौचालय न होने की वजह से गांव के लोग खेतों में शौच करने जाने के लिए मज़बूर हैं। पटना जिला के ब्लॉक नौबतपुर के अंतर्गत आने वाला गांव दरियापुर के वार्ड न. 6 के लोगों ने बताया कि उनके गांव में सामुदायिक शौचालय नहीं बना है जिसकी वजह से गांव की महिलाओं, लड़कियों,पुरुषों और बच्चों को खेतों में शौच के लिए जाना पड़ता है। यह समस्या काफी समय से चली आ रही है। सरकार स्वच्छता अभियान की बात करती है, गांव को शौच मुक्त करने की बात करती है लेकिन यह केवल कागज़ी बातें हैं।

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इस मामले को लेकर जब हमने विकास खंड अधिकारी राहुल राज से बात की तो उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि सरकार की जो योजना है सामुदायिक शौचालय वाली वह सफल नहीं हो पा रही है। उसका कारण यह है कि सामुदायिक शौचालय हम बनवा तो दें लेकिन उसकी देख-रेख करने का ज़िम्मा किसको दें। जब तक कोई देख-रेख के लिए नहीं होगा तब तक यह सफल नहीं हो पायेगा। यही वजह है, हम लोगों व्यक्तिगत शौचालय के लिए ज़ोर देते है और काफी हद तक हम लोगों ने व्यक्तिगत शौचालय लोगों को दिलवाया भी है। सामुदायिक शौचालय के लिए ध्यान नहीं दिया जाता। यह पूरी तरह से सफल नहीं है। यह असफल हमारी तरफ से मानी जा रही है क्योंकि इसके लिए लोग ज़ोर नहीं देते और ना ही इसको सफल बनाने में उनका सहयोग कर रहे हैं।

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