सतरंगी सलाम ट्रस्ट और अन्य संगठनों की पहल पर 31 मार्च को यह ऐतिहासिक परेड निकाली जाएगी, जिसका उद्देश्य समाज में एलजीबीटीक्यू+ ( जो किसी जेंडर के बॉक्स में नहीं आते) समुदाय को बराबरी का दर्जा दिलाना और जागरूकता बढ़ाना है। इस परेड से पहले, 23 मार्च को एक महत्वपूर्ण चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें एलजीबीटीक्यू+ समुदाय के सदस्यों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं। उन्होंने बताया कि कानूनी अधिकार मिलने के बावजूद उनकी शिकायतें दर्ज नहीं की जातीं, भेदभाव जारी है, और न्याय पाना अब भी मुश्किल बना हुआ है।
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