प्रयागराज जिले के स्कूल में खाना बनाने वाली दाइयों द्वारा कई समय से उनका वेतन बढ़ाने की मांग की जा रही है। उनका यह भी आरोप है कि उन्हें समय से वेतन भी नहीं दिया जाता है। यह मामला, जिले के ब्लॉक शंकरगढ़, गाँव गाढ़ा कटरा मजरा गुलरहाई का है। उनकी मांग है कि उनका वेतन कम से कम 18 हज़ार होना चाहिए।
स्कूल की दाइयों द्वारा वेतन बढ़ोतरी के लिए कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है। वह धरना प्रदर्शन भी कर चुकी हैं फिर भी कुछ नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि पूरे दिन का उन्हें बस 50 रुपया मिलता है। वह सुबह 9 से 3 बजे तक काम करती हैं और इस वजह से उन्हें कोई दूसरा काम करने के लिए भी समय नहीं मिलता। खेती भी नहीं है। महंगाई में बच्चों की परवरिश कैसे हो।
ये भी देखें – ददुआ तो चला गया पर ददुआई नहीं गयी, ददुआ के नाम पर कथित मुख़बिर करता है ग्रामीणों को प्रताड़ित – आरोप
आगे कहा कि जैसा काम है, वैसा पैसा नहीं मिलता। जुलाई तक उन्हें वेतन मिला और उसके बाद उन्हें वेतन भी नहीं मिला। ऐसे में उनके लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है। वह आगे बताती हैं, सभी लोगों ने मिलकर खंड शिक्षा अधिकारी को वेतन बढ़ोतरी के लिए ज्ञापन दिया था। यहां तक की 300 महिलाओं ने तहसील में भी ज्ञापन सौंपा था। अब वह पीएम व सीएम की तरफ ही रुख करेंगी।
स्कूल के प्रधानाध्यापक बृजेश सिंह ने कहा कि दाइयों की मांग जायज़ हैं। वह भी अपनी तरफ से मीटिंग में आवाज़ उठाते हैं और उन्होंने समय से वेतन देने के लिए ज्ञापन भी दिया है। स्कूल में 226 बच्चे हैं और 4 रसोइया हैं। इनकी नियुक्ति साल 2015 में हुई थी और वह साल 2020 से वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रही हैं।
शंकरगढ़ के खण्ड शिक्षा अधिकारी शैलपति ने खबर लहरिया को बताया कि उनके यहां 178 स्कूल आते हैं। उनके यहां जो ज्ञापन आया था, उसे आगे पहुंचा दिया गया है। रही बात समय से वेतन मिलने की तो मीटिंग में भी यह बात रख दी गयी है। वह भी चाहते हैं कि मानदेय बढ़ोतरी हो जाए।
ये भी देखें – अयोध्या के कारीगरों का कमाल,एक दिन में 70 स्लीपर और जूतियां बनाते है हाथों से
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’