खबर लहरिया Blog ददुआ तो चला गया पर ददुआई नहीं गयी, ददुआ के नाम पर कथित मुख़बिर करता है ग्रामीणों को प्रताड़ित – आरोप

ददुआ तो चला गया पर ददुआई नहीं गयी, ददुआ के नाम पर कथित मुख़बिर करता है ग्रामीणों को प्रताड़ित – आरोप

चित्रकूट जिले के रहने वाले लोगों का कहना है कि ददुआ के नाम पर आज भी ददुआ का कथित मुखबिर कहा जाने वाला व्यक्ति लोगों के साथ मारपीट करता है व महिलाओं के साथ अभद्र व्यव्हार करता है।

ददुआ तो चला गया पर बुंदेलखंड से ददुआ का नाम और उसकी पहचान नहीं गयी। आज भी ददुआ के नाम का रौब कई जिलों में दिखाई देता है। जानकारी यह है कि ददुआ का एक मुखबिर हुआ करता था, जिसका नाम है रमेश चंद्र शुक्ला। यह आज भी अपने गाँव में ददुआ के नाम के ताकत के बल पर लोगों को सताता है और लोगों को प्रताड़ित करता है।

बता दें, ददुआ चित्रकूट जिले में रहने वाला एक बहुत ही खतरनाक डकैत था जिसके डर के आतंक से हर कोई डरता था।

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ददुआ के कथित मुखबिर पर है कई मामले दर्ज़

चित्रकूट जिले के लौरी हनुमानगंज गांव के रहने वाले चंद्रभान वर्मा ने खबर लहरिया को बताया, जब वह 17 नवंबर को अपने खेत में जुताई कर रहे थे तभी खुद को उच्च जाति का मानने वाला व ददुआ का कथित मुखबिर रमेश चंद्र शुक्ला आया और कहने लगा कि खेत की जुताई बंद कर, खेत मेरा है।

जब इस बात को लेकर चंद्रभान ने विरोध किया तो रमेश चंद्र शुक्ला द्वारा उसके साथ गाली-गलौच कर मारपीट की गयी जिसमें काफी छोटे आईं। किसी भी तरह से अपनी जान बचाते हुए वह भागता हुआ ग्राम प्रधान के पास पहुंचा। इसके बाद 17 नवंबर को चंद्रभान ने मामले की रिपोर्ट दर्ज़ कराई।

आगे बताया, शुक्ला का गांव में बहुत दबदबा है क्योंकि वह पैसे वाला व ताकतवर व्यक्ति है। हमेशा ददुआई में रहता है। वह कभी-भी किसी की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लेता है तो कभी महिलाओं व लड़कियों के साथ अभद्रता करता है। उसके ऊपर थाने में इसे लेकर कई मुकदमे भी दर्ज़ है। गरीब लोग उससे डरे-सहमे रहते हैं और इसी भय के साथ लोग अपना जीवन-यापन कर रहे हैं। डर इतना है कि कोई अपनी आवाज़ तक नहीं उठा पाता है।

गांव की प्रधान को भी दे चुका है जान से मारने की धमकी

                                                                                                                 गाँव की प्रधान का पति मुन्ना सिंह ( दाएं तरफ )

गांव की प्रधान पुष्प लता के पति मुन्ना सिंह ने हमें बताया, रमेश चंद्र शुक्ला ने गांव की आम जनता का रहना मुश्किल कर दिया है। हर किसी के साथ ज़बरदस्ती करता है। चाहें ज़मीन-ज़ायदाद के मामला हो या बहन-बेटियों के साथ अभद्रता मामला।

आगे बताया कि शुक्ला का गांव की प्रधान पुष्प लता से भी खुन्नस है। ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव में शुक्ला के घर से उसकी बहु ने भी चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव में हार गयी थी जिस बात से वह आज तक गुस्सा है। वह उनके साथ भी गाली-गलौच करता है और मारने की भी धमकी देता है। मुन्ना सिंह ने बताया कि शुक्ला पर तकरीबन 10 मुकदमे दर्ज़ हैं।

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सभी आरोपों को रमेश चंद्र शुक्ला ने बताया झूठा

खबर लहरिया ने कथित तौर पर ददुआ के मुखबिर कहे जाने वाले रमेश चंद्र शुक्ला से भी उस पर लगाए सभी आरोपों को लेकर बात की। शुक्ला ने कहा, वह न तो किसी को सताते हैं, न कभी गाली-गलौच की और न ही किसी के साथ मारपीट। आरोप लगाते हुए कहा, मुन्ना सिंह की उससे चुनावी रंजिश है और इसी वजह से वह जनता की आड़ में उसे फंसाने की कोशिश कर रहा है।

आगे कहा, क्योंकि इस समय इन लोगों की सरकार है और उनके पास बहुत ताकत है। यह लोग काफी समय से राजनीति में भी है और अब वह उसे जेल भिजवाना चाहते हैं।

जांच के बाद होगी कार्यवाही

मामले को लेकर रैपुरा थाने के प्रभारी राकेश मौर्य ने बताया कि गांव के लोगों व प्रधान द्वारा रमेश चंद्र शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कराया गया है। जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर जल्द कार्यवाही भी की जायेगी।

ददुआ के कथित मुख़बिर रमेश चंद्र शुक्ला पर आरोप तो कई हैं लेकिन पुलिस अभी भी फिलहाल मामलों की जांच में लगी हुई है। उनके पास रमेश चंद्र शुक्ला को लेकर कोई सबूत नहीं है। ऐसे में कौन झूठ बोल रहा है और कौन सच, किसी के लिए भी कह पाना या साबित कर पाना मुश्किल है। हालांकि, अधिकतर गाँव वालों द्वारा रमेश चंद्र शुक्ला द्वारा उन पर हो रहे उत्पीड़न की शिकायत की गयी है।

इस खबर की रिपोर्टिंग सहोद्रा द्वारा की गयी है। 

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