जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर। पूरे 38 ग्राम पंचायत में सरकार द्वारा वृक्षारोपण करवाया जा रहा है। एक-एक प्रधान को 5,000 पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया गया है। साथ ही उसकी देखभाल के लिए भी टीम का गठन किया गया है, लेकिन यह पौधे सूख रहे हैं और कागजों में ही इनका आकंड़ा दर्ज़ हो रहा है।
एक तरफ सरकार कहती है कि वृक्ष लगवाने से ऑक्सीजन मिलेगा। इससे प्रदूषण नहीं होगा और वर्षा होगी। पेड़ तो सूख जा रहे हैं तो वर्षा कैसे होगी? अरे साहब! बजट पास करने से कुछ नहीं होता, विभाग इसकी देखभाल का सही ज़िम्मा उठाये तो कोई बात भी बने। वर्ना वही कहावत है जो रक्षक हैं वही भक्षक हैं। खुद पेड़ लगाएंगे खुद ही काट डालेंगे।
इस मामले में रामनगर एडीओ पंचायत ने जाँच कराने की बात कही है।
ये भी देखें – क्या वृक्षारोपण जन-आंदोलन बचा पाएगा चित्रकूट की हरियाली?
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’