बांदा जिला, तिंदवारी ब्लॉक ग्राम पंचायत खौड़ा के मजरा दतरौली के रहने वाले सभी लोगों का यह आरोप है कि उनके गांव का कोटा 20 साल पहले खौड़ा गांव में जुड़ गया था तब से दतरौली गांव में बहाल नहीं हुआ है। इसलिए उन्होंने उप जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि उनके गांव का कोटा बहाल किया जाए। साथ ही दतरौली गांव में अलग राशन सामग्री की दुकान की जाए जिससे राशन कार्ड धारकों को समय से राशन मिल सके।
ये भी देखें :
अफवाहों के चलते कोरोना वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे लोग, कोटेदार ने कहा वैक्सीन नहीं तो राशन नहीं
लोगों का कहना है कि उन्हें 3 किलोमीटर चलकर जाना पड़ता है। रास्ता कच्चा होने से बुज़ुर्ग उस रास्ते पर नहीं चल पाते। बरसात के समय तो और भी बुरा हाल होता है।
लोगों को यह भी आरोप है कि जो खौड़ा गांव में मृतक कोटेदार विशंभर शुक्ला के नाम कोटा था। उनकी 3 माह पहले मौत हो चुकी है। इस कारण से उनके दतरौली गांव में राशन सामग्री की दुकान बहाल की जाए जिससे लोगों को राशन मिल सके। इसके लिए दर्जनों लोग दतरौली गांव से आए हुए हैं।
उप जिला अधिकारी महेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया है कि उनके गांव का कोटा जांच कराकर बहाल किया जाएगा। जिससे जो बूढ़े-बड़े लोग हैं उन्हें 3 किलोमीटर चलकर राशन लेने नहीं जाना पड़ेगा। वह अपने गांव से ही कोटा राशन समय से उठा पाएंगे।
ये भी देखें :
कोटेदार द्वारा ग्रामीणों और स्कूल में दिया जा रहा कीड़े- मकोड़े वाला राशन
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)