इस खबर को रिज़वाना फेलोशिप के अंतर्गत फ़ेलोज़ द्वारा रिपोर्ट किया गया है।
बिहार की राजधानी पटना में दलित समाज के पुल के नीचे रहते हैं और इस दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। यहां पुल की एक तरफ़ रेलवे लाइन है, और वहीं दूसरी ओर दलितों के कच्चे मकान हैं। जब भी ट्रेन पास से गुज़रती है तो घरों के ढहने का खतरा बना रहता है। लोगों के पास शौचालय नहीं है, न ही नौकरी के अवसर है। सरकार की भी मदद नहीं है। सरकार विकास की बात तो करती है जो हालाँकि बेहद काम दिखाई देता है।
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