पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ में अधिकारीयों द्वारा महिलाओं के प्रति अपराधों को देखते हुए, अपराध के हॉट स्पॉट क्षेत्रों को चयनित करना शुरू किया गया है।
महिलाओं की सुरक्षा और बचाव के नाम पर बनती योजनाएं और कार्यक्रम अब पेचीदे से महसूस होते हैं। हाल ही में देश ने 8 मार्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। उन्हें लेकर कई सारी बातें भी की गयी। इसी को देखते हुए मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में महिलाओं के प्रति जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया।
इनके द्वारा शुरू किया गया कार्यक्रम
मिली जानकारी के अनुसार, महिलाओं के प्रति जागरूकता फ़ैलाने में कई लोगों की भूमिका रही। जिसमें महिला बाल विकास के अधिकारी अरुण प्रताप सिंह, पुलिस प्रशासन के एसआई राजा राम, महिला बाल विकास की सुपरवाइज़र बबीता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रूपा साहू और अन्य कार्यकर्ता शामिल रहें। साथ ही बुंदेली माटी टीम के गर्जन सिंह ठाकुर, अनीता, ज्योति, सविता आदि लोगों ने भी जागरूकता कार्यक्रम के लिए अपनी मंज़ूरी भरी।
निरक्षण में चयनित होंगे ‘हॉट स्पॉट’ क्षेत्र
कार्यक्रम को महिला दिवस के दिन शुरू किया गया। जागरूकता कार्यक्रम को शुरू करने की वजह महिलाओं के साथ बढ़ते बलात्कार और छेड़खानी के मामलों को बताया गया। ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में कुल 15 वार्ड है। लिए गए निर्णय को देखते हुए महिला बाल विकास अधिकारी, आंगवाड़ी कार्यकर्ता और बुंदेली माटी संस्था टीम के द्वारा नगर के वार्डो का निरक्षण किया जाएगा। इसमें ऐसी जगहों और क्षेत्रों को अंकित किया जाएगा जहां महिलाओं के साथ ज़्यादा अपराध के मामले सामने आते हैं। जिसे की हम होते अपराधों का ‘हॉट स्पॉट क्षेत्र” भी कह सकते हैं। यानी इसमें ऐसे क्षेत्रों को टारगेट किया जायेगा जहां महिलाओं और बालिकाओं को जाने में डर महसूस होता है। निरक्षण के दौरान वार्ड में रहने वाले लोगों से पूछताछ भी की जाएगी। कि उन्हें कहीं किसी प्रकार की असुविधा तो नहीं हो रही।
अभी तक चुने गए ‘हॉट स्पॉट’ क्षेत्र
अभी तक ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में आठ हॉट स्पॉट क्षेत्र चुने गए हैं। जिनके नाम हैं:-
– वार्ड नंबर -4 का कन्या पाठशाला
– वार्ड नंबर-11 का रामबाग मंदिर
– वार्ड नंबर-3 का चिल्ड्रन पार्क
– वार्ड नंबर-10 का हज़ूरी का तालाब
– वार्ड नंबर-3 का खोए तालाब
– वार्ड नंबर -10 पुराना बस स्टैंड
– वार्ड नंबर-10 शासकीय महाविद्यालय
– वार्ड नंबर-12 का छोटी फील्ड
निवासी ने बताई परेशानी
खबर लहरिया ने चुने गए क्षेत्रों में से वार्ड नंबर-10 में रहने वाली महिला कमला से बात की। वह कहती हैं कि उनके क्षेत्र में हज़ूरी तालाब के सामने एक दारु का ठेका है। जहां लोग दिन-रात शराब पीकर गाली-गलौच करते हैं। उनकी व अन्य घरों की लड़कियों को बुरी नज़रों से देखते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले एक 12 साल की लड़की के साथ छेड़खानी का मामला सामने आ चुका है।
ठीक ऐसी ही समस्या पुराने बस स्टैंड वाले क्षेत्र में भी देखने को मिलती हैं। कन्या पाठशाला में पढ़ने वाली लड़कियां उसी रास्ते से आती-जाती हैं। जहां लड़के चौराहे पर बैठकर उन्हें घूरते हैं, उन्हें परेशान करते हैं और उन्हें अपशब्द कहते हैं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए की जायेगी व्यवस्था – अरुण प्रताप सिंह
महिला बाल विकास अधिकारी अरुण प्रताप सिंह का कहना था कि स्थानीय लोगों से पूछने के बाद क्षेत्रों को चयनित किया गया है। जहां महिलाओं के साथ ज़्यादा अपराध होते हैं। उनका कहना था कि जिस क्षेत्र या रास्ते में महिलाओं को आने-जाने में अच्छा महसूस नहीं होता। वह अपने आपको सुरक्षित नहीं महसूस करती। उन क्षेत्रों में उनकी सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। अगर किसी रास्ते में लाइटें नहीं लगी तो वहां लाइट लगवाई जाएंगी। अगर ज़रुरत पड़ी तो पुलिस प्रशासन से भी लोगों को क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
लड़कियों, महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षित रखने, उन्हें बचाने की जद्दोजेहद अब बेहद हास्यप्रद लगने लगी है। उन्हें बचाने के नाम पर सड़कों पर लाइटें लगवाना, पुलिस कांस्टेबल को तैनात करना आदि चीज़ें की जाती है। पर जिनकी वजह से अपराध हो रहे हैं, उन्हें लेकर कोई योजना नहीं बनाई जाती। अगर योजनाओं और जागरूकता अभियान चलाने से, क्षेत्रों को चयनित करने से महिलाएं सुरक्षित होती। तो आज इन योजनाओं और कार्यक्रमों को चलाने की ज़रुरत ही नहीं होती। महिला को सुरक्षित रखो लेकर अभियान चलाये जाते हैं। लेकिन सुरक्षित रहना और उसे महसूस करना तो सबका अधिकार है ना? तो इसके लिए इतना सब कुछ क्यों किया जा रहा है? आखिर महिलाओं को सुरक्षित क्यों करना है?
इस खबर को खबर लहरिया के लिए अनिता शाक्या द्वारा रिपोर्ट किया गया है।