आसमानी बिजली गिरने से 2011 से 2020 के बीच मयूरभंज में सबसे ज़्यादा 340, क्योंझर में 209, गंजम जिले में 209, सुंदरगढ़ में 191 और बालासोर जिले में 182 लोगों की मौते हुई हैं।
Lightning Strikes: ओडिशा में शनिवार 2 सितंबर को दो घटों में 61 हज़ार बार बिजली गिरी जिसमें 12 लोगों की जान,14 लोगों के घायल व 8 मवेशियों के हताहत होने की खबर है। द weather चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, मौतें राज्य के खुर्दा, बलांगीर, अंगुल, बौध, जगतसिंहपुर, ढेंकनाल, गजपति और पुरी जिलों से दर्ज़ की गई हैं। इसके आलावा भुवनेश्वर और कटक जैसे प्रमुख शहरों में भी बिजली गिरने से गतिविधियां देखने को मिली। बता दें, राज्य सरकार द्वारा ग्रसित के परिवारों को 4 लाख रुपय तक की सहायता देने की घोषणा की गई है।
Extreme thunderstorm/ #LIGHTNING activities accross Odisha on 2nd September.
12 persons died.
14 persons injured.
08 cattle casualties.Ex-gratia of ₹4.00 lakhs will be paid to each of the bereaved families. In case of cattle death, assistance would be extended as admissible. pic.twitter.com/KAMoTTThFP
— SRC, Govt of Odisha (@SRC_Odisha) September 3, 2023
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ओडिशा में येलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों तक ओडिशा में मानसून की स्थिति ज़ारी रहने की संभावना है। वहीं आज भी राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राज्य में 7 सितंबर तक येलो अलर्ट ज़ारी किया है।
बिजली गिरने पर मौसम वैज्ञानिकों ने क्या कहा?
मौसम वैज्ञानिकों ने मामले को देखते हुए कहा कि बिजली गिरने की इतनी ज़्यादा घटनाएं तब होती है जब लंबे समय के बाद मानसून सामान्य स्थिति में लौटता है। जब ठंडी और गर्म हवा का टकराव होता है तो बिजली गिरने की ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है।
बिजली गिरने से हुई मौतों के आंकड़े
कलिंग टीवी की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 31 जुलाई को भी राज्य में बिजली गिरने की वजह लगभग 9 लोगों की मौत होने की खबर आई थी। यह भी बताया गया कि बिजली गिरना बहुत आम हो गया है।
विशेष राहत आयुक्त (Special Relief Commissioner) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 से 2020 के बीच सालाना औसतन 350 लोगों की मौत हुई। वहीं कुल मरने वालों की संख्या 3,218 है।
एसआरसी के आंकड़ों के मुताबिक, 2015-16 में 404, 2016-17 में 401, 2017-18 में 470, 2018-19 में 334 और 2019-20 में 281 लोगों की मौत हुई है। इसी तरह केंद्र की एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में 287, 2022 में 214 और 2023 में 200 लोगों की मौत हुई है।
2011 से 2020 के बीच मयूरभंज में सबसे ज़्यादा 340, क्योंझर में 209, गंजम जिले में 209, सुंदरगढ़ में 191 और बालासोर जिले में 182 लोगों की मौत हुई है।
मौसम विभाग ने अभी भी ओडिशा में अत्याधिक बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में लोगों को कब तक इस मानसूनी कहर से राहत मिलेगी, यह कहा नहीं जा सकता।
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