जिला ललितपुर, ब्लाँक महरौनी, गांव टपरन पठा को जोड़ने वाली इस रोड से छः गांव के लोग निकलते है। एक दिन मे हजारो वाहन निकलते है लेकिन बरसात में वो भी मुश्किल हो जाता है। हम लोग बहुत परेशान हो जाते है और जब ज्यादा बारिश हो जाती है तो दो या तीन दिन तो स्कूल नहीं खुलते है। जो टीचर होती है तो उस पार नहीं निकल पाते है। स्कूल बन्द भी बंद पड़े रहते है और बच्चों के भबिष्य का सवाल है। बच्चों पढाई से वंचित रह जाते है। जो हमारे यहा किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो स्थिति मे चारपाई रखकर ले जाते है। अगर किसी की डेलबरी है तो भी चारपाई रखकर ले जाते है। समय से अस्तपाल मे नही पहुच पाते है तो ऐसी स्थिति मे कोई घटना भी घट सकती है। यहाँ से तीन किलो मीटर पैदल चलकर जाने पडता है तब जाके बाहन मिलता है। फिर अस्तपाल पहुच पाते है तो ऐसी स्थिति मे क्या कर सकते है। आज कम से कम बीस साल से ऐसी ही दिक्कत से रह रहे है और हर जगह मांग भी कर चुके हे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है और जो नेता लोग आते है तो हर तरह के वादे कर जाते है पर कोई काम नही करवाते है।