जिला प्रयागराज, ब्लॉक शंकरगढ़ का गाँव प्रतापपुर, जिला का आखिरी गाँव है। यहाँ पर विकास के नाम पर कुछ नहीं है। लोगों का कहना है कि चुनाव के वक़्त नेता यहाँ वोट मांगने के लिए ज़रूर से आते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद यहाँ पर ना तो कोई नेता भटकता है और ना ही कोई अधिकारी। प्रधान से जब घर की मांग हो या फिर बिजली, पानी की समस्या को लेकर मांग करते हैं तो उनका केवल यही कहना होता है कि काम हो जायेगा लेकिन कोई काम नहीं किया जाता है।
ये भी देखें – फतेहपुर : गांव में 5 तालाब और वो भी सूखे फिर पानी…….
यहाँ के लोगों से बातचीत में मालूम हुआ कि इनका कच्चा घर होने के कारण इन्हें बरसात के मौसम में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। न तो इनके पास कोई सामान रखने की जगह होती है, न तो इनके पास कोई दूसरा उपाय होता है। घर की हालत इतनी खराब है कि बरसात के मौसम में कब गिर जाए। यहाँ के लोगों का यही डर बना रहता है। पानी के लिए भी कुछ लोगों ने अपने पैसों से हैंडपंप बनवाया है जिसको लगभग पूरा गाँव इस्तेमाल करता है।
यहाँ की हालत इतनी बुरी है कि न तो यहाँ पर शौचालय है, ना ही यहाँ पर नाली की खास सुविधा है। पूरा पानी सड़कों पर आ जाता है जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जब इस मामले को लेकर रिपोर्टर यहाँ के विकास खंड अधिकारी से बात करने उनके दफ्तर पहुंची तो उन्होंने इस पर जवाब देने से इंकार कर दिया।
ये भी देखें – वाराणसी : यूपी-डेनमार्क सरकार के समझौते से क्या साफ़ होगी वरुणा नदी?
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’