पड़ोसियों द्वारा 14 साल की नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार कर गर्भवती करने के मामले बच्ची व परिवार को न्यायिक मदद देने के साथ-साथ काउन्सलिंग की भी आवश्यकता है जिसे अमूमन न्यायिक प्रक्रिया से बाहर समझा और देखा जाता है।
रिपोर्ट व लेखन – अलीमा व संध्या
पड़ोसियों द्वारा पिछले चार महीनों से लगातार 14 साल की नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया जा रहा था जिसके बाद वह गर्भवती हो गई। पेट में दर्द की शिकायत उठने पर जब परिवार नाबालिग को अस्पताल लेकर जाय गया तो वहां उन्हें उसके 4 माह से गर्भवती होने की बात पता लगी। नाबालिग के शरीर व उम्र को देखते हुए न तो उसका गर्भपात कराया जा सकता है और न ही किसी तरह से फिलहाल उसे राहत दी जा सकती है।
यह मामला एमपी के छतरपुर जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक मोहल्ले का है। खबर लहरिया को मामले के बारे में बताते हुए परिवार ने बताया कि नाबालिग ने मामले में 4 आरोपियों के नाम लिए जिसने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
उसने बताया कि सभी आरोपी पड़ोस के ही रहने वाले हैं। वह उसे चीज़ देने के बहाने बहला-फुसलाकर उसे ले जाते थे और उसके साथ बलात्कार करते थे।
नाबालिग के माता-पिता ईंट-भट्ठे में काम करते हैं तो वह अमूमन घर में नहीं रहते थे। नाबालिग अपने छोटे भाई-बहन के साथ घर में अकेले रहती थी जिसका आरोपियों ने फायदा उठाया।
आरोपी की तलाश में पुलिस
नाबालिग के बताने के बाद परिवार ने 30 अप्रैल 2024 को थाने में शिकायत दर्ज़ की। मामले को लेकर छतरपुर जिले के एसपी अगम जैन ने बताया कि सामूहिक बलात्कार के मामले में 4 आरोपियों में से 3 आरोपी नाबालिग है। एक आरोपी का नाम आकाश है जिसकी उम्र 27 साल है।
मामले में पुलिस ने किसी भी नाबालिग आरोपी का नाम बताने से मना कर दिया।
4 में से तीन आरोपियों को 2 मई 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी जोकि नाबालिग है, वह अभी फरार है जिसे टीम अभी ढूंढ़ रही है।
एसपी अगम जैन ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 376 (रेप के लिए सज़ा का प्रावधान), 376 2n आईपीसी, 450, 363,आईपीसी 506 व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती है बच्ची
खबर लहरिया को बच्ची का इलाज कर रही डॉक्टर श्वेता ने बताया कि बच्ची को नाज़ुक हालत में अस्पताल लेकर आया गया था। उसके पेट में दर्द था। चेकउप के बाद अल्ट्रासाउंड लिखा गया जिसमें उसके गर्भ में बच्चा दिखाई दिया। बच्ची को सीने में भी लगातार दर्द हो रहा था इसलिए उसे भर्ती करा दिया गया।
उन्होंने कहा कि बच्ची का अभी सीज़र भी नहीं हो सकता। उसे डिलीवरी के लिए रखा गया है क्योंकि बच्ची की उम्र भी कम है।
बता दें, बलात्कार के अधिकतर मामलों में आरोपी आस-पास के लोग ही होते हैं जिन्हें परिवार किसी न किसी तरह से जानता या पहचानता है।
आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद आगे बच्ची व उसका परिवार क्या करेगा, बच्ची की डिलीवरी सही से हो पाएगी या नहीं? ऐसी स्थिति में परिवार व बच्ची के लिए क्या सही है या नहीं? इन सब चीज़ों में मदद करने के लिए सरकार द्वारा किसी ऐसी संस्था या ऐसी टीम को बताया जाना चाहिए जो इसके लिए काम करती है ताकि परिवार को आगे बढ़ने में और मामले से जुड़ी अन्य चीज़ों में बेहतर मदद मिल सके। सिर्फ आरोपियों को पकड़कर जेल में डालना ही मामले का समाधान नहीं है।
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