मिताली राज ने 39 साल की उम्र में क्रिकेट के सभी फोर्मट्स से सन्यास ने लिया। मिताली ने यह घोषणा 8 जून 2022 को की।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को अपने जीवन के 23 साल देने के बाद 8 जून 2022 को कप्तान मिताली राज ने क्रिकेट के सभी फोर्मट्स से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। मिताली राज ने अपने करियर के दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम को मज़बूत बनाने के साथ खुद के लिए भी ऐसे रिकार्ड्स बनाये जिसे तोड़ पाना काफ़ी समय तक के लिए आसान नहीं होगा।
मिताली राज के संन्यास की घोषणा के बाद उनके चाहने वाले काफी दुःखी नज़र आये पर वह इस बात से खुश थे कि एक कप्तान के तौर पर मिताली ने अपना सब कुछ अपनी टीम को दिया।
आज भारत की महिला क्रिकेट टीम इतनी मज़बूत है कि इंटरनेशनल मैचों में भी भारतीय टीम अलग ही नज़र आती है। कोई भारतीय महिला टीम को कम आंकने की हिम्मत नहीं कर सकता। आपको बता दें, उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। मिताली राज की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम दो बार वर्ल्ड कप का सफ़र भी तय कर चुकी है।
मिताली राज ने ट्वीट कर दी रिटायरमेंट की जानकारी
Thank you for all your love & support over the years!
I look forward to my 2nd innings with your blessing and support. pic.twitter.com/OkPUICcU4u— Mithali Raj (@M_Raj03) June 8, 2022
मिताली राज ने tweet करते हुए लिखा, “मैं इंडिया की नीली जर्सी पहनने की यात्रा पर एक छोटी सी लड़की के रूप में निकली, क्योंकि आपके देश का प्रतिनिधित्व करना सर्वोच्च सम्मान है। यात्रा ऊंचाइयों और कुछ चढ़ावों से भरी थी। प्रत्येक घटना ने मुझे कुछ अलग सिखाया और पिछले 23 वर्ष मेरे जीवन के सबसे ज़्यादा चुनौतीपूर्ण और आनंददायक रहे हैं।”
उन्होंने आगे लिखा, “आज वह दिन है जब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रही हूं। जब भी मैंने मैदान पर कदम रखा, मैंने भारत को जीतने में मदद करने के इरादे से अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। तिरंगे का प्रतिनिधित्व करने के लिए मुझे जो अवसर मिला है, मैं उसे हमेशा संजो कर रखूंगी। मुझे लगता है कि अब मेरे खेलने के करियर से पर्दा उठाने का सही समय है, क्योंकि टीम कुछ बहुत ही प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों के हाथों में है और भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है।”
मिताली ने आगे बीसीसीआई समेत बाकी लोगों को धन्यवाद किया और लिखा, “मैं बीसीसीआई और जय शाह सर (मानद सचिव, बीसीसीआई) को भी समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं – पहले एक खिलाड़ी के रूप में और फिर भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में। इतने सालों तक टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी। इसने मुझे निश्चित रूप से एक व्यक्ति के रूप में आकार दिया और उम्मीद है कि भारतीय महिला क्रिकेट को भी आकार देने में मदद मिलेगी।”
आखिरी कुछ पंक्तियों में मिताली ने लिखा, “यह यात्रा भले ही समाप्त हो गई हो, लेकिन एक और संकेत मिलता है, क्योंकि मुझे उस खेल में शामिल रहना अच्छा लगेगा जो मुझे पसंद है और भारत और दुनिया भर में महिला क्रिकेट के विकास में योगदान देता है। मेरे सभी प्रशंसकों के लिए विशेष उल्लेख, आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।”
क्रिकेट के सभी फोर्मट्स में सबसे ज़्यादा रन
मिताली ने अपने करियर में 232 ओडीआई सीरीज़ में 7805 रन बनाये हैं, जो की किसी भी फॉर्मेट में महिला क्रिकेटर द्वारा बनाये गए सबसे ज़्यादा रन है। 10,868 रन के साथ वह क्रिकेट के सभी फोर्मट्स में सबसे ज़्यादा रन बनाने वालों में सबसे आगे हैं। इसके साथ ही मिताली ने 89 टी-20 मैच खेले हैं।
सबसे लम्बा करियर का है रिकॉर्ड – मिताली
39 साल की उम्र तक मिताली ने भारत के लिए 12 टेस्ट, 232 वनडे और 89 टी 20 खेलकर क्रिकेटप्रेमियों को खुश किया है। मिताली राज दुनिया की दूसरी और भारत की पहली क्रिकेटर हैं जिनका सबसे लंबा करियर रहा है। मिताली ने 24 जनवरी 2002 से 3 अक्टूबर 2021 तक 19 साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला। सबसे लंबे करियर के रिकॉर्ड में मिताली के साथ झूलन गोस्वामी ( राइट आर्म मीडियम फ़ास्ट बॉलर) का नाम भी दर्ज़ है।
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इंग्लैंड के खिलाफ 2002 का टेस्ट मैच था मिताली के नाम
मिताली राज के नाम टेस्ट करियर का एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे अगर आज भी क्रिकेटप्रेमी याद करे तो बहुत गर्व महसूस होता है। समय था साल 2002 का। भारतीय महिला टीम इंग्लैण्ड के टूर पर गयी थी। उस समय महिला क्रिकेट जगत में इंग्लैंड की महिला खिलाड़ियों का काफी नाम था। ऐसे में भारत के लिए यह दौरा काफ़ी चुनौतीपूर्ण रहा था। ट्राय-सीरीज़ में भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड व इंग्लैंड से एक भी मैच नहीं जीत सकी। अब मुश्किलें और बढ़ गयी थी। ट्राय-सीरीज़ के बाद बारी थी टेस्ट सीरीज़ की। दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का पहला मैच एक भी बॉल खेले बिना रद्द करा दिया गया।
दूसरा टेस्ट मच टॉन्टन में हुआ। पहली पारी में इंग्लैंड ने 329 रन का लक्ष्य रख दिया। जब भारतीय महिला टीम मैदान पर उतरी तो भारत की दोनों ही ओपनर
सुनेत्रा परांजपे और ममता माबेन 45 रन पर आउट हो गयीं। दूसरे दिन भारत की लड़खड़ाती पारी को कप्तान अंजुम चोपड़ा ओर मिताली राज ने संभाला। कप्तान अंजुम भी 52 रन बनाकर आउट हो गईं।
भारतीय टीम के बल्लेबाज़ एक छोर से धीरे-धीरे आउट होते गए लेकिन मिताली दोनों दिन क्रीज़ (मैदान) पर टिकी रहीं। इंग्लैंड के कई गेंदबाज़ों ने मिताली को आउट करने की कोशिश की लेकिन कोई भी मिताली को आउट नहीं कर पाया। यहां तक की इंग्लैंड ने मिताली को आउट करने के लिए 9 बॉलर तक मैदान में उतार दिए पर वह भी मिताली को आउट न कर सके।
मिताली ने 407 बॉल और 598 मिनट तक बल्लेबाज़ी की। मिताली की इस बल्लेबाज़ी ने कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए। मिताली राज ने 19 चौकों की मदद से 214 रन बनाये और इसके साथ ही अपनी डबल सेंचुरी पूरी करते हुए महिला क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज़ करा दिया। आखिरकार वह दूसरे दिन ईसा गुहा की बॉल पर एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन लौट गयी। वह आउट तो हुई लेकिन कई ऐसे रिकॉर्ड बनाकर जिसे अन्य बल्लेबाज़ों के लिए तोड़ पाना मुश्किल था।
झूलन गोस्वामी ने इस दौरान मिताली का साथ देते हुए 62 रन बनाये थे। दोनों बल्लेबाज़ों की पारी की वजह से भारतीय टीम 467 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट पर 198 रन बनाए और आखिरकार ये मैच चौथे दिन ड्रॉ हो गया।
इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था विश्व रिकॉर्ड
19 साल की उम्र में मिताली राज ने साल 2001 में लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के करेन रोल्टन के नाबाद 209 रन के विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर एक कीर्तिमान स्थापित किया था। हालांकि उनका रिकॉर्ड दो साल बाद पाकिस्तान की बल्लेबाज किरण बलूच ने तोड़ दिया था। किरण ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 242 रन बनाए थे।
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मिताली राज के रिकॉर्ड्स
1. मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में हर फॉर्मेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं। वह विश्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी भी हैं।
2. पहली भारतीय और पांचवीं महिला क्रिकेटर बनीं जिन्होंने 1000 विश्व कप रन बनाए।
3. मिताली राज विश्व महिला वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं। उनके नाम 7805 रन दर्ज हैं।
4. उनके नाम महिला वनडे क्रिकेट में दुनिया में सर्वाधिक 71 अर्धशतक का रिकॉर्ड दर्ज है।
5. मिताली राज एकमात्र ऐसी महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने 3 देशों के खिलाफ सर्वाधिक वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है। उनके नाम इंग्लैंड के खिलाफ 2005 रन, श्रीलंका के खिलाफ 1103 रन और वेस्टइंडीज के खिलाफ सर्वाधिक 701 रन दर्ज हैं।
6. मिताली राज के नाम सर्वाधिक महिला वनडे मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 232 वनडे खेले हैं। इसके साथ ही वनडे कप्तान के रूप में भी सर्वाधिक 155 वनडे मैच खेले। वो एकमात्र ऐसी खिलाड़ी रहीं जिन्होंने दो विश्व कप फाइनल (2005 और 2017) में भारत की कप्तानी की।
7. उनके नाम 2004 से 2013 के बीच लगातार बिना कोई मैच छोड़े 109 मैच खेलने का अनोखा व शानदार रिकॉर्ड भी दर्ज है।
8. मिताली राज के नाम भारत के लिए महिला टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक 17 अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है। इसके अलावा भारतीय क्रिकेट (पुरुष या महिला) में 2000 रन बनाने वाली वो पहली खिलाड़ी बनीं।
9. मिताली के नाम महिला विश्व टेस्ट क्रिकेट में दूसरा व भारत के लिए इस फॉर्मेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर दर्ज है। जब उन्होंने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ टॉन्टन में 214 रनों की पारी खेली थी।
10. मिताली राज ने टेस्ट क्रिकेट में झूलन गोस्वामी के साथ इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 7वें विकेट के लिए टेस्ट की सबसे बड़ी साझेदारी (157 रन) का रिकॉर्ड दर्ज है।
मिताली के सन्यास लेने की बात के बाद क्रिकेटप्रेमियों, खिलाड़ियों व फ़िल्मी जगत के लोगों ने भी ट्वीट करते हुए मिताली का धन्यवाद किया कि उन्होंने महिला क्रिकेट टीम को ऊंचाई पर पहुंचाया।
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