खबर लहरिया जवानी दीवानी बुंदेलखंड के मिनी कश्मीर कहे जाने वाले चरखारी मेले की सैर

बुंदेलखंड के मिनी कश्मीर कहे जाने वाले चरखारी मेले की सैर

महोबा जिले के कस्बा चरखारी में 28अक्टूबर से 28नवम्बर 2019 तक चलने वाला मेला की इन दिनों काफी धूम है। हर तरह के छोटे से लेकर बड़े लोगों और घर गृहस्थी के कामों के सामान मिल रहे हैं। जो सबसे ख़ास बात है वह यह है की चरखारी को मिनी कश्मीर भी कहा जाता है। इस मेले का इतिहास यह है कि जो यहां के राजा थे मलखान सिंह उन्होंने मेला की शुरुआत किया था। जहां हर साल की तरह इस साल भी मेला चल रहा है 137 साल पुराना मेला आज भी मिनी कश्मीर चरखारी में। जो मेला देखने वाले आए हुए हैं उनका कहना है कि यहां पर बहुत अच्छी-अच्छी चीजें देखने महोबा चरखारी क्षेत्र: नाबालिक के साथ 2 लोगो किया दुष्कर्म जिससे लड़की हुई 7 महीने की गर्भवती |को मिल रही हैं मिनी कश्मीर क्यों मानी जाती है चरखारी, क्योंकि यहां पर 7 तालाब हैं और सब एक दूसरे से मिले हुए हैं उनकी झीलें बहुत खुबसूरत हैं। इतनी सुन्दर जगह देखने के लिए लोगों को टाइम नहीं निकल पाता है पर मेले में ही बहुत दूर दराज से देखने के लिए आते हैं। बुन्देलखण्ड की कई रियासतें ऐसी रहीं हैं जो आज भी इस क्षेत्र को विश्वस्तरीय होने का आभास कराती हैं । कुछ लोगों ने यह बताया है कि यहां जो मेला होता है तो सुई से लेकर हर चीज मेले में उपलब्ध होती हैं अन्य मेले में गेहूं चावल और हर चीज की व्यवस्थाएं नहीं रहती हैं जो यह चरखारी मेला में देखने को मिल रहा है और नाम भी होगा यह कश्मीर चरखारी का मेला है। इसमें मेले में हर तरह के प्रोग्राम और मनोरंजन जैसे चीजें भी होते हैं जो एक महीना चलता है। यह भी है कि मेला तो हर जगह ही लगते हैं पर यहां पर इतिहास भी हर जगह से अलग है और जगह की भी कमी नहीं है। तो आप भी घूमिये और मिनी कश्मीर का मजा लीजिए। और हाँ बुंदेलखंड में सिर्फ मेला ही नहीं और भी बहुत कुछ है देखने के लिए, अपनी स्टोरी के माध्यम से भी हम बुंदेलखंड की सैर आपको कराते रहेंगे। फिलहाल अभी मिनी कश्मीर के मेले का मजा लीजिए।