खबर लहरिया Blog महोबा : कोरोना महामारी के बीच हुआ सामूहिक विवाह,जिला बीडीओ भी रहे शामिल

महोबा : कोरोना महामारी के बीच हुआ सामूहिक विवाह,जिला बीडीओ भी रहे शामिल

Mass marriage between corona epidemic

जिला महोबा ब्लाक जैतपुर लक्ष्मी गार्डन विवाह हॉल में आज 8 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कोरोना महामारी के बीच में 15 जोड़ों की शादियां करायी गयी। शादी में मुख्य अतिथि के रूप में खंड विकास अधिकारी प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

सामूहिक विवाह में शामिल लोगों का यह है कहना

बेलाताल की रहने वाली ममता, जिनकी शादी सामूहिक विवाह में हुई कहती हैं कि वह खुश हैं कि उनका सामूहिक विवाह हुआ। इससे उनके परिवार पर शादी के खर्च को लेकर ज़्यादा परेशानी नहीं हुई। 

Mass marriage between corona epidemic

कुलपहाड़ के रहने वाले राजेंद्र कहते हैं कि कोरोना की वजह से वह मज़दूरी नहीं कर पाए। जिससे उनकी कुछ कमाई नहीं हुई। वह बताते हैं कि पैसे ना होने की वजह से उन्होंने सामूहिक विवाह में अपनी बहन की शादी करवाई है। साथ ही सरकार की तरफ से उन्हें शादी का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। 

योजना के तहत हर जोड़े को मिले 51 हज़ार रुपये

महोबा के बीडीओ प्रशांत कुमार ने कहा कि हर जोड़े को सरकार की तरफ से 51 हज़ार रुपए दिए गए हैं। जिसमे से विवाह जोड़े को 10 हज़ार रुपये का सामान दिया गया है। जिसमें चांदी की पायल, बिछिया, पंखा, स्टील के बर्तन, बक्सा आदि सामान थे। 35 हज़ार रुपये लड़की के खाते में डाले गए और बाकी के बचे 6 हज़ार का इस्तेमाल टेंट आदि के खर्चे में लगे। 

विवाह में आये थे इतने लोग

शादी में हर जोड़े की तरफ से 40 व्यक्ति आये हुए थे। 15 जोड़ो का सामूहिक विवाह हुआ यानी कुल मिलाकर तकरीबन 600 लोग विवाह में आये हुए थे। गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना महामारी में सामूहिक विवाह कराया गया और उसमें 600 लोगों को भी शामिल कर लिया गया। 

नवंबर 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि शादी में सिर्फ 100 लोग ही उपस्थित रह सकते हैं। जिसके बावजूद भी इतनी ज्यादा संख्या में लोगों को इकट्ठा करके सामूहिक विवाह करवाया गया।

शादी में बीडियो सहित किसी ने नहीं लगाए थे मास्क

https://khabarlahariya.org/mass-marriage-between-corona-epidemic/

साथ ही यह भी देखा गया कि विवाह स्थल पर परिवार वाले, जोड़ों सहित बीडीओ प्रशांत कुमार ने भी मास्क नहीं लगाया हुआ था। ना ही लोगों के बीच उचित दूरी दिखी। ना ही शादी की जगह पर सैनीटाइज़र और मास्क उपलब्ध थे। यूपी में खुले में मास्क ना लगाने पर लोगों को 500 रुपये दंड स्वरूप देने का नियम है। इससे तो यही लगता है कि लोगों में नियमों को तोड़ने को लेकर कोई डर नहीं है।शादी जैसी भीड़भाड़ वाली जगह में भी मास्क ना लगाना और दूरी बनाकर ना रखना, कोरोना महामारी को बढ़ाने में मदद करता दिखाई देता है। 

यूपी में आये कोरोना के नए मामले

बिज़नेस स्टैंडर्ड की दिसंबर 7, 2020 की रिपोर्ट में बताया गया कि यूपी में कोरोना महामारी के 1,515 ताज़ा मामले आए हैं। अब यूपी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,56,397 हो गयी है। साथ ही हाल ही में कोरोना से 20 लोगों की मौत भी हो गयी है। कुल मिलाकर अभी तक 7,944 लोगों की यूपी में कोरोना से मौत हो चुकी है। 

जहां राज्य में हर दिन कोरोना के नए मामले आ रहे हैं और लोगों की मौत हो रही है। ऐसे में जिले में सामूहिक विवाह का आयोजन करवाना, कितना सही है? वीडियो द्वारा विवाह में मास्क ना लगाने का मतलब क्या समझा जाये? क्या ये कोरोना नियमों का उल्लंघन नहीं है? क्या सरकार इस पर कोई कदम उठाएगी?