महोबा जिले के पनवाड़ी ब्लॉक थाना महोबकंठ के गांव सोरा मंजरा मानकी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि गांव के कोटेदार ने लगभग 100 लोगों के नाम राशन की सूची से गोल कर दिया है।
रावतपुरा की रहने वाली महिला हरमी कहती हैं कि उनकी बहू को 6 महीने से राशन नहीं मिला है। उसके परिवार में आठ सदस्य है। राशन न मिलने से उन्हें अनाज बाहर से खरीदना पड़ता है।
मनकी के रहने वाले शकुन कहते हैं कि वह लगातार राशन ले रहे थे। जब वह हाल ही में राशन लेने गए तो कोटेदार ने कह दिया कि उनका नाम ही सूची में नहीं है। उनका नाम कट गया है। उन्हें दूसरा राशन कार्ड बनवाना होगा।
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मानकी गांव के रहने वाले उदय भान ने बताया है कि उन लोगों का गांव भीतर में है। मध्य प्रदेश के सीमा से लगा हुआ है। गांव इतना अंदर है कि जिला और तहसील तक में जाने में काफी परेशानियां आती हैं। अब राशन से भी नाम कट गया है। वह प्रधान और कोटेदार से कहकर थक चुके हैं। वह कहतें हैं कि नाम जुड़ जाएगा पर तीन महीने बीतने पर भी कुछ नही हुआ।
रामगोपाल का आरोप है कि उन लोगों के पास तो खेती-बाड़ी भी नहीं हैं। वह मजदूर आदमी हैं। मजदूरों के ही नाम राशन की सूची से गायब हुए हैं।
सोरा के कोटेदार रामपाल ने बताया है कि तकरीबन 700 लोगों के राशन कार्ड बने हैं। जिसमें से 100 लोगों के नाम कटे हैं। उन्होंने लोगों से दोबारा कागज़ात जमा करके अप्लाई करने को कहा है। इसके बाद वह नाम जुड़वा देंगे।
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कुलपहाड़ पूर्ति विभाग के सप्लाई इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बाइट नहीं दी। उन्होंने हमें लिखित रूप में बताया है कि उनके यहां से राशन कार्ड नहीं कटे हैं। गांव के ही लोगों ने एक दूसरे के नाम को कटवाया होगा। वह सबके नाम जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
वह आगे कहते हैं कि कोटेदार नाम नहीं काट सकता। यह गांव के लोगों का ही काम है। बिना जांच किए ही लेखपालों द्वारा नाम काट दिए गए हैं। वह लेखपाल को कहकर नाम जुड़वा देंगे। वह आगे कहते हैं कि जिनकी आय 2 हज़ार से ज़्यादा है उनके नाम काटे गए हैं। अगर गलत नाम काटे गए हैं तो राशन की सूची में फिर से नाम जुड़वा दिया जाएगा।
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