महोबा जिला के कस्बा कुलपहाड़ में लोगो का कहना है कि आज भी हमारे गाँव में नहीं है कोरोना का डर कुलपहाड़ की रुकमणि ने कहा, उन्होंने टीवी में देखा है कि कोरोना से संक्रमित मरीजों की देख-रेख घर में ही सुरक्षित तरह से होती है। जिसे खांसी-ज़ुखाम होता है वह प्राइवेट अस्पताल में दिखाता है। लेकिन उनके यहां स्वास्थ्य विभाग से टीम नहीं आती। जिसे बीमारी होती है वह खुद अस्पताल जाता है।
सुशीला ने कहा, अभी बरसात-शादी का मौसम है इसलिए सबको ज़ुखाम-खांसी है। अगर स्वास्थ्य टीम आकर जांच करें तो पता चले कि आखिर लोगों को असल बीमारी क्या है। लोग भी अस्पताल इसलिए नहीं जाते कि कहीं अस्पताल वाले उन्हें कोरोना संक्रमित न बता दें।
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कुलपहाड़ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर अमरेश कुमार ने हमें बताया कि तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम की भी पूरी तैयारी है। 0 से 1 साल, 1 से 3 साल और 3 से 6 साल तक के बच्चों के लिए उनके यहां किट उपलब्ध हैं।
अगर किसी को कोरोना होता है तो उन्हें किट दी जाती है और किट के अनुसार दवाई और उसे खाने के बारे में बताया जाता है। इसके साथ ही लोगों को दो गज दूरी बनाने, भीड़-भाड़ में न जाने, हाथों को सैनिटाइज़ करने की भी सलाह दी जाती है।
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