महोबा जिला तहसील कुलपहाड़ गांव जैतपुर की रहने वाली शुभदा वर्मा जो कि एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करती थीं। आज वो उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आईपीआरपी के पद पर कार्यरत हो गयी हैं। शुभदा बताती हैं कि आज वो जिस मुकाम पर खड़ी हैं उसका श्रेय सिर्फ उनकी खुद की कोशिश को जाता है। हमेशा से ही कुछ बड़ा करने की चाह रखने वाली शुभदा का बचपन से सपना था कि वो सरकारी नौकरी करें। लेकिन पैसों की कमी आदि के चलते वो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकीं और उन्हें शादी के बाद प्रिंटिंग प्रेस में जॉब मिल गई।
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इस दौरान ऐसे कई लोग मिले जिन्होंने शुभदा को ग्रामीण स्तर पर किसी संस्था या समूह से जुड़ने की सलाह दी। जिसके बाद 2017 में उन्होंने एक महिला समूह ज्वाइन किया और समूह सखी के पद पर कार्यरत हुईं।
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कुछ दिनों बाद उन्होंने आईपीआरपी के पद के लिए परीक्षा दी और वो उसमें पास हो गयीं। पहले मात्र 800 रूपए महीना कमाने वाली शुभदा आज 8000 रूपए महीना कमा रहीं और अपने परिवार की आर्थिक रूप से पूर्ण सहायता कर रही हैं।
इस पद के अंतर्गत शुभदा ग्रामीण योजनाओं के बारे में महिलाओं को जागरूक करती हैं और समूह की महिलाओं का स्वावलंबन करती हैं। वो चाहती है कि ग्रामीण स्तर पर हर महिला कोशिश करके कामयाबी की सीढ़ियां चढ़े।
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