जिला ललितपुर, ब्लॉक महरौनी, गांव गुमची। यहाँ की रामकली का कहना है कि उनके घर में बना शौचालय दो साल से अधूरा पड़ा है। उसका बजट 12 हजार रुपए आता है पर अभी ग्रामीणों के खाते में सिर्फ 6 हजार रुपए आया है। जिससे अधूरे शौचालय बजट के अभाव में पड़े हैं। महिलाओं ने बताया कि सबके खेतों में फसल बोई है अगर उनके खेतो में लैट्रिंग करने जाओ तो भद्दी-भद्दी गालियाँ देते हैं।
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राजकुमारी का कहना है कि हम उन्होंने कई बार मंगल दिवस में शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई है। जालेब का कहना है उनका दो साल से शौचालय का गड्ढा खुदा पड़ा हुआ है। जिसपर पूरी तरह झाड़ियाँ उग आई हैं। अगर शौचालय बन जाए तो लोगों को गालियाँ न सुनना पड़े।
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दशरथ ने बताया कि उनको 1 किलो मीटर की दूरी पर शौच के लिए जाना पड़ता है। कई बार मांग की है लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
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