पत्थर को आकर देता ललितपुर का एक कलाकार | ये हैं ललितपुर जिले के पाली गाँव में रहने वाले हेतराम यादव जो अपनी कलाकारी से किसी भी पत्थर को खूबसूरत आकृति में बदल देते हैं. उसका कहना है कि यह तो मुझे पता नहीं है कि हम ने मूर्ति बनाना कहाँ से सीखा ना हमारे परिवार में कोई बनाता था. जब हम पढने के लिये जाते थे तो कला में बहुत रुचि रहती थी और जब हम आठ साल के थे तब से हम मूर्ति बना रहे हैं. पहले हम मिट्टी की मूर्ति बनाते रहते थे और फिर हम ने सोचा की हम पत्थर की मूर्ति बनायेंगे और तभी ये काम शुरू कर दिया. बचपन में हमारे परिवार की स्थिति कमजोर थी. क्योंकि हमारे पिताजी गुजर गये थे तो सारा परिवार का भार हम पर आ गया था, तो हम ने सोचा की हम अपने परिवार का खर्च कैसे चलायेगें? तभी से मूर्ति बनाने लगे और उसीसे हमारे परिवार का खर्च भी चलने लगा. आज हमें बीस साल हो गये ये काम करते हुए. जब नवदुर्गा होती कई तो उसमे 100 मूर्तियां तक बिक जाती है.