ललितपुर जिले के महरौनी ब्लॉक में किसान 1 हफ्ते से खाद के लिए चक्कर लगा रहे हैं। ये हाल सिर्फ ललितपुर जिले का ही नहीं बल्कि यूपी के अन्य जिलों का भी है। किसान सुबह 4 बजे से रात के 10 बजे तक भूखे-प्यासे खाद की लाइन में लगा रहता है लेकिन फिर भी उसे खाद नहीं मिलती।
किसानों का कहना है कि उन लोगों की जो अभी तक की फसल थी वह सारी मर गई है। साथ ही बारिश की वजह से पूरी फसल नष्ट भी हो गई है। किसानों का कहना है कि उन्होंने सोचा था कि वह समय से खेती करके बोनी कर पाएंगे जिससे उनके परिवार का गुज़ारा हो पायेगा। बारिश हुए 10 दिन हो गए हैं और वह लोग तभी से खाद के लिए परेशान हैं। उनकी सुनवाई न होने की वजह से वह लोग मज़बूर होकर, निराश-हताश होकर बैठ गए हैं।
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वह आगे कहते हैं कि उन्हें खाद की एक बोरी के लिए हफ़्तों लाइन में लगना पड़ रहा हैं। वहीं कई लोग ब्लैक के ट्राली भरके खाद लेकर जा रहे हैं। बस छोटा किसान ही मर रहा है। उन्हें बस आश्वाशन दिया जा रहा है कि आज मिलेगा, कल मिल जायेगा। गोदाम खाद से भरा हुआ है लेकिन ब्लैक में सारा खाद बेच दिया जाता है। किसान कहते हैं कि उन्हें खाद नहीं मिलेगी तो वह न तो फसल ऊगा पाएंगे और न ही डीज़ल के लिए पैसा निकल पायेगा। इसी वजह से किसान मज़बूर होकर आत्महत्या का कदम उठा लेता है क्यूंकि उसकी कोई सुनने वाला ही नहीं होता।
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