जिला प्रयागराज, चित्रकूट, ब्लॉक शंकरगढ़ के गांव बिहारिया और गुलराहाई में रहने वाले कोल समाज के लोग कई दिनों अपने जनजाति के अधिकारों की मांग कर रहे हैं। वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई प्रभावशाली कदम नहीं उठाया गया है। उनका कहना है कि उन्हें अपना अधिकार नहीं मिलता है, चाहें वह पढ़ाई-लिखाई हो, नौकरी हो या जंगली संपदा का अधिकार हो। इसलिए, वे लगातार धरना-प्रदर्शन करना ज़ारी रखेंगे, जब तक उनके अधिकारों मान्यता नहीं मिल जाती। वे जनजाति का दर्जा प्राप्त करना चाहते हैं ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
बारां विधानसभा के विधायक वाचस्पति ने कहा है कि उन्होंने कोल समाज के जनजाति के मुद्दे को विधानसभा में उठाया है और वह प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें जनजाति के अधिकार मिलें।
ये भी देखें – Birsa Munda Death Anniversary : जानें कौन थे बिरसा मुंडा जिनके योगदान को याद करता है पूरा देश
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’