खबर लहरिया Blog जानें क्रिसमस के इतिहास से जुड़ी हैरान करने वाली बातें

जानें क्रिसमस के इतिहास से जुड़ी हैरान करने वाली बातें

क्रिसमस का एक बेहद लंबा व पुराना इतिहास रहा है। इस समय क्रिसमस विश्व में हर जगह मनाया जाता है लेकिन क्रिसमस से जुड़ी कुछ ऐसी भी बातें हैं जिसके बारे में कोई नहीं जानता। आज हम आपको क्रिसमस से जुड़े कुछ ऐसे ही अनोखों तथ्यों के बारे में बताएंगे जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे।

                                          Photo Credit – Midjourney

1. ‘Xmas’ शब्द नहीं है नया

                                     साभार – सोशल मीडिया

लोगों को लगता है कि ‘Xmas’ शब्द लोगों द्वारा लाया गया कोई नया शब्द या आविष्कार है पर ऐसा कुछ नहीं है। क्रिसमस शब्द की जगह लोग अपने परिवार या दोस्तों को ‘Xmas’ शब्द लिखकर पत्र लिखते हैं। अगर ये बात की जाए कि आखिर ‘Xmas’ शब्द आया कैसे, तो इसका जवाब भी बेहद आसान है।

ग्रीक वर्णमाला में X शब्द ‘chi’ शब्द को कहा जाता है, जोकि क्राइस्ट Χριστός (Christ Χριστός) के ग्रीक नाम का पहला अक्षर है। X शब्द Christ शब्द की जगह संक्षेप में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं क्रिसमस (Christmas) का ‘mas’ चर्च सर्विस से लिया गया है। जब हम दोनों को एक साथ मिलाते हैं तो हमें ‘Xmas’ शब्द मिलता है। आप कह सकते हैं कि ‘Xmas’ शब्द क्रिसमस मनाने से भी पहले का एक बेहद पुराना शब्द है।

ये भी देखें – क्रिसमस तो सबने देखा पर आज देखें बुंदेलखंड में कैसे मनाते हैं पुसवल का त्यौहार

2. ‘जिंगल बेल’ अंतरिक्ष में गाया जाने वाला पहला गाना था

साभार – सोशल मीडिया

‘जिंगल बेल’ (Jingle Bells) गाना हम सबका सबसे मनपसंदीदा गाना है, जिसे आज भी लोगों द्वारा हर क्रिसमस पर गाया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि 1965 में यह अंतरिक्ष में गाया गया पहला गाना था? जेमिनी 6A अंतरिक्ष उड़ान के दौरान, इसे नीचे के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक शरारत के रूप में प्रसारित किया गया था।

इसके साथ ही क्या आपको पता है कि ‘जिंगल बेल’ गाने को मूल रूप से अमेरिका में मनाये जाने वाले थैंक्सगिविंग के लिए लिखा गया था न कि क्रिसमस के लिए। इसका असली शीर्षक है ‘द वन हॉर्स ओपन स्लेज’ (The One Horse Open Sleigh).

3. राजकुमारी चार्लोटे ने क्रिसमस ट्री को इंग्लैंड में किया था लोकप्रिय

साभार – सोशल मीडिया

हम जब आमतौर पर क्रिसमस ट्री के बारे में सोचते हैं तो हम राजकुमार अल्बर्ट (क्वीन विक्टोरिया के पति) के बारे में सोचते हैं कि उन्होंने ही इंग्लैंड में क्रिसमस ट्री को लोकप्रिय किया पर ऐसा नहीं है। पहले क्रिसमस ट्री को प्रिंसेस चार्लोट (Princess Charlotte) द्वारा दिसंबर 1800 में क्वींस लॉज विंडसर में स्थापित किया गया था।

4. 1843 से लोग भेज रहें हैं क्रिसमस कार्ड

साभार – सोशल मीडिया

1843 से सभी को क्रिसमस कार्ड भेजने के रिवाज़ की शुरुआत हुई थी। उस समय, सर हेनरी कोल ने एक वरिष्ठ सिविल सेवक के रूप में काम किया था और पोस्ट ऑफिस बनाने में मदद की थी। वह चाहते थे कि आम लोगों द्वारा भी इसका इस्तेमाल किया जाए।

5. सैंटा के कपड़े हमेशा से लाल नहीं थे

साभार – सोशल मीडिया

ऐसा माना जाता है कि कोको-कोला (1900 के दशक) द्वारा अपने मार्केटिंग कैंपेन में सैंटा के कपड़ों का रंग लाल इस्तेमाल करने से पहले उनके कपड़ों का रंग हरा था। हालांकि, यह कहा जाता है कि यह बात कुछ हद तक सच है। अमेरिकी कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट (American cartoonist Thomas Nast) द्वारा 1870 के दशक की शुरुआत में सैंटा को लाल रंग में दिखाया गया था।

साभार – सोशल मीडिया

सैंटा का चित्रण लाल गालों, बड़ा पेट, अपने छोटे से चश्मे व मुस्कुराती हुई मुस्कान के साथ किया गया, जिसके लिए कोका-कोला को लोग धन्यवाद कहते हैं। वैसे भी आज सैंटा को लाल रंग के आलावा किसी और तरह से कल्पना कर पाना थोड़ा मुश्किल नज़र आता है।

6. ‘वी विश यू ए मेरी क्रिसमस’ गाना धमकी के लिए होता था इस्तेमाल

‘वी विश यू ए मेरी क्रिसमस’ (We wish you a merry Christmas) गाना अमूमन निचले वर्ग के माने जाने वाले सर्वेन्ट्स द्वारा उत्सव के दौरान अपने मालिकों से शराब की मांग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। अपनी बात मनवाने के लिए वह ‘हम तब तक नहीं जाएंगे जब तक हमें कुछ न मिल जाए’ (We won’t go until we get some) का इस्तेमाल करते थे।

तो यह थे क्रिसमस से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य जिनके बारे में कुछ ही लोगों को पता है।

( जानकारी – The Pioneer Woman)

ये भी देखें – भोजपुरी के लेटेस्ट टॉप-5 गाने सुनें ‘भोजपुरी पंच तड़का शो’

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke