झांसी के रहने वाले मोहम्मद ज़ैद खान एक थियेटर आर्टिस्ट है। ज़ैद के परिवार में सभी लोग सरकारी सर्विस वाले हैं। ज़ैद ने अपने परिवार से हटकर इस क्षेत्र को अपनाया है। ज़ैद ने खबर लहरिया से इंटरव्यू के दौरान बताया, “मैं खुद नहीं समझ पा रहा था, मुझे क्या करना है, मुझे क्या पसंद है।”
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अपने परिवार के बारे में बताते हुए कहा, माँ प्रिंसिपल हैं। पिताजी एडविकेट हैं व बहन इंजीनियर है। पापा की चाहत थी कि मैं भी इंजीनियर बनूं पर मेरा मन तो एक्टिंग में लगता था। घर वालों की मर्ज़ी की वजह से मैं दोनों काम कर रहा था। मुझे लगा ऐसे मैं किसी भी तरफ का नहीं रहूँगा। फिर मैनें थिएटर करना शुरू कर दिया। ‘जाको राखे साईंयां, मार सके न कोई’ वेबसीरिज़ में भी मुझे काम करने का मौका मिला।
आगे कहा, जब तक मैं कोई बड़ा काम नहीं कर लेता तब तक मैं खुद को एक बेहतर एक्टर नहीं समझता हूँ।
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