खबर लहरिया Blog International Sex Workers’ Day 2023 : अधिकारों और न्याय की उम्मीद का दिन

International Sex Workers’ Day 2023 : अधिकारों और न्याय की उम्मीद का दिन

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स 2023 की थीम “न्याय तक पहुंच” (Access to Justice) है। यह विषय हर साल स्थिर रहता है। विषय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हम सामूहिक रूप से सभी सेक्स वर्कर्स के अधिकारों और न्याय की मांग की दिशा में काम करें।

International Sex Workers' Day 2023: Know purpose, theme and importance

                                                                                                                        सेक्स वर्कर्स की सांकेतिक फोटो/ इंडियन एक्सप्रेस

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स यानी यौनकर्मी दिवस हर साल 2 जून को मनाया जाता है। यह दिन वैश्विक स्तर पर सेक्स वर्कर्स द्वारा सामना किये जाने वाले भेदभाव और संघर्ष के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। इसके साथ ही समाज में सेक्स वर्कर्स के अधिकारों और उनके योगदान की तरफ भी रोशनी डालने का काम करता है।

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस मनाने का उद्देश्य उनके द्वारा सामना किए जाने वाले सामाजिक सोच, भेदभाव और हिंसा को खत्म करने के साथ-साथ उनके अधिकारों व उन्हें आगे बढ़ाने को लेकर है।

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अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स 2023 की थीम

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स 2023 की थीम “न्याय तक पहुंच” (Access to Justice) है। यह विषय हर साल स्थिर रहता है। विषय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हम सामूहिक रूप से सभी सेक्स वर्कर्स के अधिकारों और न्याय की मांग की दिशा में काम करें।

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस का इतिहास

अगर हम अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत साल 1975 से शुरू होती है। फ्रांस के सेक्स वर्कर्स यूनियन द्वारा आयोजित एक सम्मेलन के लिए फ्रांस के ल्योन में अलग-अलग देशों के 100 से ज़्यादा सेक्स वर्कर्स इकठ्ठा हुए थे। इसके बाद से अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस मनाने का ख्याल भी उभरा। आयोजित सम्मलेन सभी सेक्स वर्कर्स ने एकता दिखाई। उन्होंने अपने पेशे में अनुभव की गई हिंसा और अन्याय की खुलकर निंदा की।

अपना सन्देश देने के लिए उन्होंने घंटाघर पर एक बैनर लटकाया जिस पर लिखा था,’हमारे बच्चे नहीं चाहते कि उनकी माताएं जेल जाएं (Our children don’t want their mothers to go to jail,’.)।’ वे पुलिस उत्पीड़न को खत्म करने, अपने काम के लिए होटल्स को दोबारा खोलने और सेक्स वर्कर्स की हत्याओं की सही जांच की मांग कर रहे थे। उनकी शिकायतें सुनी जाये इसके लिए उन्होंने मीडिया अभियान भी चलाया।

इसके बाद से, सेक्स वर्कर्स के अधिकारों के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस अगले साल 2 जून 1976 को लियोन के सेंट-निज़ियर चर्च (Lyon’s Saint-Nizier Church) के सामने सेक्स वर्कर्स द्वारा मनाया गया।

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स का महत्व

अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स इसलिए महत्व रखता है क्योंकि यह सामाजिक न्याय को बढ़ावा, रूढ़िवादिता और पूर्वाग्रहों को चुनौती देने और दुनिया भर में सेक्स वर्कर्स के मानवाधिकारों की रक्षा करने का अवसर प्रदान करता है। इसका उद्देश्य उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ रखना और भेदभाव, शोषण और गरीबी को समाप्त करना है जो उनके दैनिक जीवन का हिस्सा हैं।

इस उद्देश्य में आप तभी साथ निभा सकते हैं जब आप इनकी समस्याओं को समझे और उनकी लड़ाई में उनका साथ दें।

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