बढ़ती हिंसा ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। बांदा जिले के गिरवा थाना क्षेत्र के एक गांव में 8 फरवरी को एक 17 वार्षिक लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया। बड़ी मेहनत और दौड़-धूप के बाद 10 फरवरी को मामले की f.i.r. थाने में दर्ज हुई। आरोपियों को पुलिस ने दिन के लिए गिरफ्तार कर थाने में रखा। इसके बाद 13 फरवरी को यह कहकर छोड़ दिया कि बिना चार्जसीट लगे जेल नहीं भेजा जा सकता। खुलेआम घूम रहे आरोपियों ने 20 मार्च को नरैनी के भरे चौराहे में लड़की के चाचा के साथ मारपीट की। इस शिकायत के बाद पुलिस ने दोबारा एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है जिससे पीड़ित परिवार को जान का खतरा है।
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मेरी जासूसी कहती कि 8 फरवरी कि शाम लड़की अपने बगीचे में सब्ज़ी लेने गई थी जहां पहले से घात लगाए बैठे गांव के दो लोग ने लड़की को बहला-फुसलाकर बगीचे के अंदर घुस गये। उसके साथ बलात्कार किया। लड़की ने चिल्लाने की कोशिश करी तो उसके मुंह में कपड़ा भर दिया। जब लड़की किसी तरह से उनके चंगुल से छूटकर घर पहुंची तो पूरी आपबीती मां से बताई। परिवार थाने पहुंचा, मुकदमा दर्ज किया लेकिन उन्हें क्या पता था कि पुलिस गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को इतनी जल्दी छोड़ देगी। उन्हें पता चला कि पुलिस ने आरोपियों को सदर विधायक की सहमति से छोड़ा है। वह भी सदर विधायक के पास पहुंचे क्योंकि लड़की का चाचा भी बीजेपी का बूथ अध्यक्ष है। उसके पास भी कुछ ना कुछ पावर तो है ही। अब आरोपियों को किसी का सह मिलने वाला नहीं है। पीड़ित परिवार को कितनी भी कठिनाइयों का सामना करना पड़े और लंबी लड़ाई लड़नी पड़े पर वह न्याय पाकर रहेंगे। यहां से न्याय नहीं मिलेगा तो आगे जाएंगे ताकि जिस तरह से उनकी लड़की के साथ हुआ है किसी और के साथ ना हो सके। गलती चाहें किसी की भी हो लेकिन लोग लड़की पर ही सवाल खड़ी करते हैं।
मेरी जासूसी कहती है कि लड़की की डॉक्टरी भी 10 फरवरी को हो गई थी। 164 और 161 के बयान भी हो चुके हैं। डॉक्टरी में क्या निकल कर आया, यह पुलिस ने आज तक नहीं बताया। 20 मार्च को जब भरे चौराहे में उनके साथ घटना हुई, उस दिन से परिवार डरा सहमा है। लड़की के चाचा भी बीजेपी के बूथ अध्यक्ष हैं। वह बराबर पुलिस से मिल रहे हैं। उनके मुताबिक इस मामले की जांच नरैनी सीओ कर रहे हैं और बराबर आश्वासन दे रहे हैं कि गिरफ्तारी होगी और कड़ी से कड़ी कार्यवाही भी होगी। जब तक एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है तब तक उन्हें जान माल का खतरा है कि किसी भी दिन उनके साथ कोई भी हादसा हो सकता है। उनकी लड़की को दोबारा से उठाया जा सकता है क्योंकि आरोपी कह रहे हैं कि मार कर ही जेल जाएंगे। इसलिए वह चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजे और उन्हें न्याय मिले क्योंकि बड़ी मुश्किल से थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक चक्कर लगाने के बाद पुलिस की कार्यवाही यहां तक पहुंची है।
गिरवा थाने के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने बताया है कि इस मामले का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। धारा 376, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। दूसरे की तलाश ज़ारी है। उसे भी जल्द ही जेल भेजा जाएगा।
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