खबर लहरिया ताजा खबरें महोबा : मुझे नहीं मेरे अधिकारों को सुरक्षित करो, का अभियान हुआ शुरू

महोबा : मुझे नहीं मेरे अधिकारों को सुरक्षित करो, का अभियान हुआ शुरू

महोबा जिला के रहने वाली कल्पना खरे ग्रामोन्नति संस्था की कोऑर्डिनेटर हैं। उनकी संस्था द्वारा 16 दिन का अलग-अलग गांवो में जाकर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें नशा, महिलाओं के साथ छेड़छाड़, बलात्कार आदि मुद्दें शामिल है। इनके द्वारा हर गांव में जाकर नारे लगाए जाते हैं और महिलाओं के अधिकारों के बारे में बात रखी जाती है।

गांव चैनपुरा की रहने वाली सुनीता ने बताया कि हम लोगों को मौका नहीं मिल पाता है और मैं इस मीटिंग में आज ही आई हूं जिससे मुझे सुनकर बहुत अच्छा लगा। हम लोगों का अधिकार तो है लेकिन मौका ही नहीं मिल पाता है l अब मुझे समझ में आया है कि हम अपने अधिकार को किस तरह से ले सकते हैं ।

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प्रियंका मिरताला गांव की रहने वाली हैं। वह कहती हैं लड़का-लड़की में बहुत भेदभाव किया जाता है। एक नाटक में पिता बेटे को पढ़ने के लिए और माँ बेटी को कपड़े धोने के लिए कहती है। लेकिन कभी लड़के को खाना बनाना या कपड़े धोना नहीं सिखाया जाता।

बबली ने बताया है कि वह लोग गांव में जाकर रैलियां निकालते हैं और उन्हें अच्छा लगता है। रैली निकालने के लिए उसे अपने मम्मी-पापा का बहुत सपोर्ट मिलता है। जिससे वह लोग खुलकर अपनी रैली निकालते हैं और लोगों को समझाते हैं।

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