पहले आवास न मिलने की परेशानी और फिर अधूरे-आवास की दिक्कत, ग्रामीण आवास योजना के तहत लोगों को आवास तो मिले लेकिन पैसों की कमी की वजह से वह आवास अधूरे हैं। खबर लहरिया की रिपोर्ट के अनुसार, गाज़ीपुर जिले के ब्लॉक सैदपुर, गांव फरीदहा के लोगों का आरोप गए कि उनके यहां 5 आवास बने 1 साल हो गए हैं लेकिन वह अधूरे पड़े हैं। उन्हें काफ़ी समय से उनकी मज़दूरी भी नहीं मिली है जो वह स्वयं पैसे लगाकर अपने अधूरे आवास को पूरा कर सकें।
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आवास अधूरा होने की वजह से छत खाली है और बारिश के समय रहने में परेशानी आती है। पानी घर के अंदर घुस जाता है। प्रधान द्वारा उनसे 10 हज़ार रुपयों तक की मांग की जाती है। जब उनके द्वारा पैसे देने के लिए मना किया जाता है तो आरोप के अनुसार प्रधान द्वारा उनसे आवास काटने तक की बात कही जाती है।
खबर लहरिया ने इस बारे में गाँव की प्रधान रेखा यादव से बात की। उनके अनुसार, सारे आवास बने हुए हैं। पहले के प्रधान ने बनवाए थे। जो दो-तीन आवास हाल ही में बना है, उन लोगों का पैसा निकल गया है।
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