खबर लहरिया Blog विधानसभा चुनाव की तैयारी में बांदा आए महासचिव

विधानसभा चुनाव की तैयारी में बांदा आए महासचिव

बांदा: बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा 26 अगस्त को बबेरू कस्बे के एक गेस्ट हाउस में आये। विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियाें ने तैयारियां तेज कर दी हैं। बसपा भी लगातार अपने ब्राह्मण वोटबैंक को साधने की तैयारी में जुटी है।

इसी कड़ी में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव बांदा पहुंचे और यहां पर उन्होंने बबेरू में प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी को संबोधित किया। इस गोष्टी में जुटा जनाधार को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में जुटी भीड़ मानो यह कह रही हो कि बसपा पार्टी के दिन बहुरने वाले हैं।

गोष्टी में क्या बोले राष्ट्रीय महासचिव

बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा और भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि दोनों ही एक सिक्के के दो पहलू हैं। सपा की सरकार बनी तो अपराध बढ़े, ब्राह्मण समाज के साथ अत्याचार होता रहा। सपा के पदचिह्नों पर चलकर ब्राह्मणों का वोट लेने के बाद भाजपा ने भी ब्राह्मणों की प्रमुख समस्याओं से मुंह फेर लिया। धर्म की रक्षा करने के बजाय अधर्म का काम भाजपा कर रही है। झूठे वादे करके भाजपा ने केंद्र व प्रदेश में सरकार तो बना ली, लेकिन हर खाते में 15 लाख देने का वादा झूठा निकला। वह करोड़ों रुपये शान शौकत पर खर्च कर रही है।

युवाओं को रोजगार देने के बजाय बेरोजगारों पर कई परीक्षा थोपकर भटकाने का काम किया है। सुरक्षा के नाम पर महिलाओं के साथ हर घंटे दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के बजाय तीन-तीन कानून बनाकर उनकी भूमि उद्योगपतियों के नाम दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1500 से अधिक संस्कृत विद्यालय थे जिसमें छह सौ से अधिक विद्यालय भाजपा की नीति से बंद हो गए। संस्कृत विद्यालय इसलिए बंद किए जा रहे हैं ताकि ब्राह्मण के बच्चे वेदपाठ न कर सकें। प्रतिमाह तीन सौ करोड़ रुपया विज्ञापन के नाम पर खर्च किया जा रहा है।

एक समय था जब मजबूती से रहा पार्टी का दबदबा

एक समय था जब बांदा जिला ही क्या पूरे बुंदेलखंड में बहुजन समाज पार्टी की मजबूती का दबदबा था लेकिन पार्टी का सत्ता से बाहर जाने के बाद उसके जनाधार में लगातार गिरावट आई। ऐसा लग रहा कि इस पार्टी का नाम खत्म होने को है। जनहित में पार्टी के कार्यक्रम तो बीते जमाने की बात लगने लगी थी लेकिन आज के करीम ने एक नई उम्मीद जगा दी है पाती कार्यकर्ता और पार्टी समराथल लोगों के बीच। पंचायत चुनाव हुए और जो लोग जीते भी वह व्यक्तिगत प्रभाव पर न की पार्टी के प्रभाव से।

बसपा की जीत में लग सकता है चार चांद

जिले की चारों विधानसभा में नजर डालें तो पूर्व मंत्री एवं बबेरू से विधायक रहे गयाचरण दिनकर को छोड़ दें तो तिंदवारी विधान सभा क्षेत्र में एक नाम औऱ जयराम सिंह बछेउरा का आता है, जिनका जमीनी आधार है। माना जा रहा है की जयराम सिंह की बसपा के प्रति निष्ठा औऱ जमीनी पकड़ से वह नीला झंडा फहरा सकते हैं। बाकी जिले की सुरक्षित विधानसभा नरैनी से गया चरण दिनकर अन्य विपक्षी दलों के लिये भारी पड़ सकते हैं। वर्तमान में यहां से भाजपा के राजकरण कबीर विधायक हैं। क्षेत्र में इनके प्रति असंतुष्टता है। यह बसपा की जीत में चार चांद लगा सकता है।

इस खबर को मीरा देवी द्वारा लिखा गया है।

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