उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 1 दिसंबर को शाम में करीब 4:30 बजे महोबा पहुंचे। उनसे मिलने के लिए सुबह से ही शहर के कोने-कोने में समर्थकों की भीड़ देखने को मिल रही थी। आगामी विधान सभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है और रोज़ाना बीजेपी, कांग्रेस एवं सपा के नेता अलग-अलग ज़िलों में दौरे कर रहे हैं।
19 नवंबर 2021 को महोबा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे, लेकिन लोगों की मानें तो पीएम मोदी ने स्टेज पर आते ही जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए थे, जिसके थोड़ी ही देर बाद ही ग्राउंड से लोग वापस जाने लग गए थे। वहीं 27 नवंबर 2021 को प्रियंका गांधी महोबा आई थीं और उनसे मिलने के लिए भारी मात्रा में भीड़ उमड़ कर आई। प्रियंका द्वारा किए गए चुनावी वादों से आम जानता काफी खुश भी नज़र आ रही थी।
अखिलेश की भी एक झलक पाने पहुंचे लोगों के अनुसार जब अखिलेश यादव महोबा पहुंचे तो उनके भाषण की समाप्ति के बाद तालियों का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा था।
ये भी देखें – बाँदा : अखिलेश यादव की रैली में उमड़ी लाखों की भीड़
सपा के चुनावी वादों ने आम जनता का जीता दिल-
ग्रामीण क्षेत्रों से अखिलेश यादव के महोबा दौरे में शामिल होने पहुंची महिलाएं और पुरूष काफी खुश नज़र आ रहे थे। कुआं गांव के रहने वाले मुन्नीलाल ने बताया कि अखिलेश यादव अपने चुनावी वादों से कभी मुकरते नहीं हैं और जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं। मुन्नीलाल चाहते हैं कि 2022 के विधान सभा चुनावों में सपा की ही सरकार बने ताकि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास हो और यूपी का युवा भी आगे बढ़ सके।
फरीदा बेगम ने भी बटोरी सुर्खियां-
अखिलेश के इस दौरे के दौरान गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष फरीदा बेगम ने भी काफी सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने मंच पर जाकर बेजीपी की नाकामियां गिनवाने में कोई कसार नहीं छोड़ी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे पिछले 5 सालों में यूपी में महिलाओं को बदनाम करा गया है और खासकर गुलाबी गैंग के खिलाफ सरकार द्वारा शब्दों के बाण चलाए गए हैं। अखिलेश की इस जनसभा में गुलाबी गैंग की भी कई महिलाएं मौजूद थीं और उन्होंने खुलकर सपा पार्टी के लिए अपना समर्थन दिखाया।
इस जन सभा में अखिलेश के स्वागत के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत आल्हा गायन से हुई जिसका लुत्फ़ आम जनता ने भी खूब उठाया। बेलाताल से इस कार्यक्रम में शामिल होने आयीं मुन्नी ने बताया कि वो भी इस बार अपना वोट साइकिल को ही देंगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पिछले 5 सालों में योगी सरकार के दौरान सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गयीं। उन्हें उम्मीद है कि अगर सपा इस बार सत्ता में आती है तो प्रदेश वापस से प्रगति की ओर चल पड़ेगा।
प्रियंका गांधी ने भी किए हैं कई वादे-
प्रियंका ने महोबा में अपने भाषण में आर्थिक रूप से परेशान छात्राओं की सहायता करने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने गौरहारी के गौरव पत्थर व्यापार बंद होने पर भी चर्चा की और लोगों को यह बताया कि इस रोज़गार को दोबारा शुरू करने के लिए भी योजना बनाई जाएगी। जिन क्षेत्रों में भूमाफियों का राज है, वहां पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
प्रियंका ने यह भी बताया कि 2022 के चुनाव में कांग्रेस से लगभग 40 परसेंट महिलाओं को टिकट दिया जाएगा ताकि राज्य चलाने के लिए भी महिलाओं के चेहरे उभर कर आएं और प्रदेश की अन्य महिलाओं को प्रेरणा मिल सके। प्रियंका ने अपने भाषण में महिलाओं के हित की काफी बातें करी हैं, जिससे ग्रामीण महिलाएं काफी खुश नज़र आ रही थीं।
ये भी देखें – महोबा: प्रियंका गांधी पहुंची महोबा, चुनावी वादों से जीते दिल
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के दौरान भी दिखी थी जनता में उत्सुकता-
19 नवंबर को जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दौरे पर महोबा पहुंचे थे तब भी उनकी झलक देखने के लिए लाखों की तादाद में भीड़ उमड़ी थी। लेकिन उनकी इस जनसभा में शामिल लोगों के अनुसार ग्राउंड में आम जनता के लिए बहुत अव्यवस्था नज़र आई। सुबह से आए लोगों ने बताया कि जनसभा में लोगों के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं थी।
पीएम मोदी ने बुंदेलखंड के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि दशकों से बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखीं हैं। पहली बार बुंदेलखंड के लोग, यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार को देख रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बुंदेलखंड में पानी की समस्या के बारे में खुल कर चर्चा की थी और कहा था कि बेजीपी की सरकार से पहले यहाँ के लोग बूँद-बूँद पानी के लिए तरस रहे थे, और पिछली सरकारों ने भी इस समस्या के समाधान के लिए कुछ नहीं किया था।
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में पानी की कमी के मुद्दे को कम करने से संबंधित 3250 करोड़ रुपये से अधिक की संचयी लागत वाली कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में अर्जुन सहायक परियोजना, रतौली वियर परियोजना, भवानी बांध परियोजना और मझगांव-मिर्च छिड़काव परियोजना शामिल हैं।
अखिलेश ने युवाओं को रोज़गार दिलाने का किया वादा-
पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरियों के अवसर खोलने के वादा किया है। पावा गाँव से आए राहुल का कहना है कि बीजेपी की सरकार के दौरान तो लोग डिग्री प्राप्त करके बैठे हुए थे लेकिन उनको रोज़गार दिलाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब अगर सपा की सरकार आती है तो छात्र-छात्राओं को रोज़गार मिलने की उम्मीद है।
मामला गाँव से आए लोगों ने हमें बताया कि उनके क्षेत्र से सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र यादव ने ग्रामीणों को महोबा में रैली में शामिल होने के लिए गाड़ियों और बसों का इंतज़ाम करवाया था। हज़ारों की संख्या में आए ये ग्रामीण भी अखिलेश की एक झलक पाने के लिए उत्सुक दिखे। लालपुर गाँव के चरण सिंह को तो इतनी भीड़ में मैदान के अंदर घुंसने का भी मौका नहीं मिला और उन्हें घर वापस लौटना पड़ा।
सपा पार्टी के साथ-साथ अन्य पार्टियां भी ज़ोरोशोर से काफी बड़े-बड़े चुनावी वादों के साथ आगामी विधान सभा चुनाव में आगे बढ़ रही हैं। अब देखना यह होगा कि यूपी में जिस किसी की भी सरकार बनती है तो क्या इन पार्टियों द्वारा किए गए वादों पर काम होगा या फिर हर बार की तरह लोगों को निराशा ही हाँथ लगेगी।
इस खबर की रिपोर्टिंग श्यामकली द्वारा की गयी है।
ये भी देखें – सीतामढ़ी – चुनाव प्रचार में आगे महिला! क्या सजेगा इनके सिर पर जीत का ताज?
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)