जिला छतरपुर की मरघटा पहाड़ी नई बस्ती के पीछे कम से ढ़ाई सौ की आबादी है। यहां लोग 20 सालों से निवास कर रहे हैं लेकिन अभी तक यहां के लोगों को ‘स्थायी पता’ नहीं मिला है जिसके कारण उन लोगों के आवास के पैसे नहीं निकल पा रहे हैं। महिलाओं का आरोप है कि सब लोगों ने 10 से 15 बार शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
लोगों का कहना है कि हमारे पास बिजली बिल है, टैक्स रसीद है, हमारे बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, आधार कार्ड से लेकर राशन कार्ड भी है लेकिन हमारे पास पता नहीं है जिसके कारण हमारे आवास के पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं। हम लोग काफी दिक्कतों के साथ झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
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लोगों ने काफी बार शिकायत की लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है इसीलिए आज यह लोग इकट्ठा होकर कलक्ट्रेट में आए हैं कि शायद कोई सुनवाई हो जाए। जब यह लोग अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट के अंदर पहुंचे तो प्रशासनिक कर्मचारियों ने इन लोगों को धमकी देकर बाहर निकाल दिया। कहा, बाहर निकलो नहीं तो पुलिस बुलाकर तुम लोगों को डंडे डलवा दिए जाएंगे।
लोगों का कहना है कि जब भी वह लोग यहां आते हैं तो यह लोग उन्हें इस तरह से धमकियां देते हैं। लोगो ने कहा, ‘बताओ हम लोग नीची जात के लोग कहां पर जाएं, अपनी समस्या को लेकर।’
जब हमने इस बारे में एसडीएम यूसी मेरा से बात की तो उन्होंने ऑफ कैमरे में बताया कि, ‘वहां पर जांच पड़ताल की जाएगी। यह लोग वहां पर सालों से रहते हैं। हालांकि इन लोगों का आवास की सूची में नाम आ गया है लेकिन पता नहीं है इसलिए इन लोगों का आवास निकल नहीं पा रहा है। मैं कोशिश करूंगा कि इन लोगों का पट्टा जल्द से जल्द दिए जाएं।’
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